GWALIOR: इन दिनों ट्रेन निकल जाती है और यात्री विकल्प स्कीम के भरोसे बैठा रह जाता है। कितने यात्रियों को विकल्प स्कीम के तहत ट्रेनों में जगह उपलब्ध कराई है इसका जवाब न तो रेलवे अधिकारियों के पास है और न ही आईआरसीटीसी के पास। रिजर्वेशन को वेटिंग रहित बनाने के लिए रेलवे ने एक अप्रैल से 'विकल्प स्कीम' की शुरुआत बड़े जोर शोर से की थी। लेकिन तीन माह में ही यह स्कीम महज सरकारी हवाबाजी ही साबित हुई। इस स्कीम के तहत आईआरसीटीसी से टिकट कराने पर यदि आपका टिकट वेटिंग में रहता है तो आपसे दूसरी ट्रेनों की विकल्प मांगे जाते हैं जिनमें आपको कंफर्म टिकट दिया जा सके।
इस स्कीम की सबसे बड़ी खामी है कि अगर किसी यात्री ने विकल्प स्कीम लेने का ऑप्शन भर दिया तो जो ट्रेनें विकल्प के रूप में भरी हैं उसमें आखिरी ट्रेन का चार्ट जब तक नहीं बन जाता तब तक यात्री टिकट रद्द नहीं करा सकता। इसी गफलत में यात्री उलझा रहता है। आखिरी ट्रेन में जब उसकी सीट कंफर्म नहीं होती तो टिकट अपने आप रद्द हो जाता है। ऐसी स्थिति में यात्री के पास यात्रा रद्द करने या फिर जनरल टिकट पर यात्रा करने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचता। आईआरसीटीसी विकल्प स्कीम चुनने वाले यात्रियों को कोई प्रिडिक्शन नहीं देती कि टिकट कंफर्म होने की संभावना है या नहीं।
एक यात्री का खुरई से ग्वालियर का जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस से रिजर्वेशन था। जिसका रिजर्वेशन 8416490235 था। यात्री ने उत्कल एक्सप्रेस का विकल्प भरा था, लेकिन एक में भी टिकट कंफर्म नहीं हुआ। एक यात्री का ग्वालियर से भोपाल का रिजर्वेशन जीटी एक्सप्रेस से था। यात्री का पीएनआर 2133134541 है। यात्री ने भोपाल एक्सप्रेस, कर्नाटका एक्सप्रेस का विकल्प भरा था। लेकिन टिकट कंफर्म नहीं हुआ।
मुझे ऑफिशियल मीटिंग में शामिल होने 24 जून को ग्वालियर से दिल्ली जाना था। जिसका पीएनआर 2164963508 था। मैंने जबलपुर नई दिल्ली एक्सप्रेस से टिकट करवाया था। मैंने जीटी एक्स., गोवा एक्स., निजामुद्दीन लिंक एक्स., तमिलनाडु एक्स. का विकल्प चुना था। आखिर तक मेरी टिकट कंफर्म नहीं हुई। जनरल टिकट पर यात्रा करना पड़ी।
प्रशांत मिश्रा , निवासी लश्कर
कितने यात्रियों को सीट मिली यह तो नहीं बता सकते। लेकिन इसे काफी रिस्पांस मिल रहा है। यात्रियों को सीट मिल भी रही है।
नीरज शर्मा, सीपीआरओ, नॉर्दन रेलवे
यह रेलवे की स्कीम है हमारे पास कोई डाटा नहीं है। हम तो सिर्फ विकल्प ऑप्शन यात्रियों को ऑनलाइन उपलब्ध करवाते हैं।
एके मनोचा, डायरेक्टर, आईआरसीटीसी