तांत्रिक प्रयोग के लिए विलुप्त जानवरों के अंग बेच रहा पुजारी गिरफ्तार

इंदौर। धनप्राप्ति, वशीकरण, विल पॉवर सहित आठ अचूक उपायों के नाम पर विलुप्त जानवरों के अंगों से बनी हत्था जोड़ी व सियार सिंगी की ऑनलाइन बिक्री हो रही है। देश-विदेश में ऑनलाइन बेचने के आरोप में एसटीएफ व वन विभाग की टीम ने विश्व प्रसिद्ध खरगोन के नवग्रह मंदिर के पुजारी लोकेश जागीरदार को गुरुवार रात गिरफ्तार किया है। मंदिर स्थित दुकान से वन्य जीवों के 26 अंग बरामद किए हैं। आरोपी पुजारी को कोर्ट में पेश किया। यहां से वन विभाग ने आठ दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने दो दिन की रिमांड दी है।

13-13 अंगों के साथ गिरफ्तार
खरगोन डीएफओ एमआर बघेल ने बताया नवग्रह मंदिर के पुजारी जागीरदार को उनके मंदिर स्थित दुकान से सियार (जैकाल) व घोरपड़ (मॉनीटर लिजार्ड) के 13-13 अंगों के साथ गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को जेएमएफसी दीपक चौधरी की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे दो दिन के रिमांड पर भेजा।

हो सकती हे 7 साल की सजा और 7 लाख का जुर्माना
डीएफओ के मुताबिक आरोपी सियार सिंगी और हत्था जोड़ी प्लांट के नाम पर डब्ल्यूडब्ल्यू डॉट नवग्रह मंदिर खरगोन वेबसाईट से ऑनलाइन कामकाज कर रहा था। वन्य जीव अपराध नियंत्रण दिल्ली की टीम ने ऑनलाइन कारोबार की निगरानी की। उसके बाद भोपाल स्थित एसटीएफ व वन विभाग की टीम को कार्रवाई के लिए भेजा। गुरुवार रात 8 बजे कार्रवाई की। वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धाराओं में मामला दर्ज किया। आरोपी के दोषी साबित होने पर 3 से 7 साल की सजा और 5 से 7 लाख का जुर्माना हो सकता है। उधर, कोर्ट से बाहर आने के दौरान पुजारी के रिश्तेदार मीडिया के कैमरामैन के सामने आ गए। उन्हें वीडियो व फोटो भी नहीं लेने दिए।

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