
भाजपा के स्टेट प्रेसिडेंट बिप्लब देब ने कहा कि अधिकारियों को मामले की जानकारी है, लेकिन अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। उधर, साउथ त्रिपुरा जिले के डिस्ट्रक्ट मजिस्ट्रेट सीके जमातिया ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है। मगर, किसी ने भी अभी तक इस मामले की रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि यदि कोई किसी के धार्मिक अधिकारों के मामले में हस्तक्षेप करते हुए पाया गया, तो प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा। वहीं, बताया यह भी जा रहा है कि इन परिवारों को न सिर्फ मस्जिद में जाने से रोक लगा दी बल्कि इन लोगों को मनरेगा में काम करने से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है।