
फ़ेसबुक पर मोहम्मद अनस ने लिखा, "ऑडियंस आपके सामने पेश है, दर्दे दिल की आवाज़. एकमात्र अंदाज़- माननीय शिवराज. जी हां, शिवराज शिवराज शिवराज. पेश करते हैं लल्लू, पंचू, खमरिया और शौक़त की फ़रमाइश पर ये गीत- इश्क़ में हम तुम्हें क्या बताएं, किस कदर चोट खाए हुए हैं. मौत ने हमको मारा है और हम, ज़िंदगी के सताए हुए हैं."
इस तस्वीर के साथ प्रतीक्षा ने लिखा, "ऐ मेरे वतन के लोगों... ज़रा आंख में भर लो पानी. जो 'किसान' मरे हैं उनकी, ज़रा याद करो कुर्बानी."
मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर से छात्र सुदीप्त लिखते हैं, "...वो मेरा चैन, मेरी नींद, मुझे लौटा दो!
शम्मी की जगह शिवराज

मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा किसानों पर की गई फ़ायरिंग पर कमेंट करते हुए @Cawnporiah हैंडल से अंशुल दीक्षित लिखते हैं, "...कोई पत्थर से न मारे मेरे किसानों को."
हैदराबाद में रह रहे इंजीनियर अविनाश ने लिखा, "ये धोखे प्यार के धोखे, मैंने दिल पे सहे हैं रो रो के."
किसानों के मुद्दे और बेरोज़गारी भी
मोहित सारस्वत ने किसानों के मुद्दों के बीच सूबे में बेरोज़गारी पर भी टिप्पणी की. उन्होंने लिखा, 'म्हारे छोरे, बेरोज़गारों से कम हैं के!'