
शिवराज सिंह का यह बयान ऐसे समय आया है, जब एक दिन पहले ही एससी मोर्चे का प्रदेश मीडिया प्रभारी नीरज शाक्य सेक्स रैकेट चलाने के आरोप में धरा गया है। इससे पहले भाजपा का एक नेता ध्रुव सक्सेना पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ा गया था। इसके अलावा दर्जनों ऐसे मामले हैं जिनमें भाजपा के पदाधिकारी अवैध कारोबारों में लिप्त पाए गए हैं। कुछ मामले ऐसे भी हैं जिनमें भाजपा की महिला नेता आरोप के दायरे में आईं हैं।
बात निकली है तो दूर तलक जा सकती है
अब जबकि शिवराज सिंह ने यह जिक्र छेड़ दिया है तो बात दूर तक भी जा सकती है। भाजपा में पदों के लिए सिफारिश करने वालों में शिवराज सिह का नाम भी शामिल है। भाजपा की तमाम नीतियों को दरकिनार कर कांग्रेस के दलबदलू विधायक संजय पाठक को मंत्री बनाया गया। इतना ही नहीं जब कालाधन मामले में मंत्री संजय पाठक पर आरोप लगे तो शिवराज सिंह ने व्यक्तिगत रूचि लेकर संजय पाठक का बचाव किया। एसपी कटनी का तबादला करके उन्होंने साफ संदेश दिया कि वो और उनकी सरकार संजय पाठक के साथ है। इस मामले में भी भाजपा की काफी बदनामी हुई थी।