
पूछताछ में हुआ खुलासा
सूत्र बताते हैं कि टायपिंग स्टेनो के फर्जी अभ्यर्थियों व टायपिंग इंस्टीट्यूट के कर्ताधर्ताओं से पूछताछ में एसटीएफ को संदिग्ध तीन हजार के अलावा भी कई अन्य अभ्यर्थियों के इसी तरह पास होने के संकेत मिले हैं। इसके बाद ही एक बार फिर सभी 11 हजार अभ्यर्थियों की कॉपी चैक करने का फैसला लिया गया है।
एक लाख से ज्यादा बैठे थे परीक्षा में
जानकारी के अनुसार टायपिंग-स्टेनो की वर्ष 2013 की परीक्षा में एक लाख से ज्यादा अभ्यर्थी सम्मलित हुए थे। इनमें हिंदी, अंग्रेजी टायपिंग और स्टेनो परीक्षा सभी के अभ्यर्थी थे। ऑफलाइन होने वाली यह आखिरी परीक्षा थी, जिसके चलते बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ।
फर्जीवाड़ा सामने आने पर एसटीएफ को जांच का जिम्मा सौंपा गया। प्रारंभिक तौर पर एसटीएफ ने 2946 अभ्यर्थियों कॉपियां जब्त की थीं, जिनमें हेराफेरी के संकेत मिले थे। एसटीएफ 2425 अभ्यर्थियों व 272 टाइपिंग इंस्टीट्यूट संचालकों में से 185 से पूछताछ कर चुकी है।