
कुछ दिन पहले फिर आ गईं
मैनिट के अधिकारियों ने बताया कि करीब 15 दिन पहले छात्र की मां फिर से हॉस्टल में रहने के लिए आ गई। उनके आ जाने से कमरे में रहने वाले अन्य छात्रों को परेशानी होती थी। उन्होंने फिर मामले की शिकायत प्रबंधन से की।
शिकायत की, पड़ा थप्पड़
अधिकारियों ने बताया कि जिस छात्र ने परेशान होने के बाद शिकायत की थी उसे उक्त महिला ने थप्पड़ मार दिया था। जमकर हल्ला किया। शिकायत मिलने के बाद मैनिट के अधिकारी हॉस्टल पहुंचे और महिला को वापस जाने के लिए कहा।
जिद पर अड़ी, नहीं जाऊंगी
नियम के मुताबिक हॉस्टल में अभिभावकों को रहने की अनुमति नहीं है। यहां केवल छात्र ही रह सकते हैं। रविवार को जब महिला को कहा गया कि वे यहां जाएं तो उन्होंने जमकर हंगामा कर दिया। वार्डन के साथ छात्रों पर आरोप जड़ दिए कि उनके बेटे को परेशान किया जाता है। सूत्रों के मुताबिक यह भी कहा कि उनके के रूममेट नॉनवेज खाते हैं।
हंगामा बढ़ता देख मैनिट के अधिकारियों ने मामले की सूचना कमला नगर थाने को दी। यहां पुलिस पहुंची और महिला के सामान को हॉस्टल से हटाया। महिला ने थाने में जाने के बाद भी उनके बेटे के रूममेट और वार्डन के खिलाफ एफआईआर करने की मांग की। इधर, पुलिस का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ जिसके तहत किसी के विरुद्ध एफआईआर की जाए। शिकायत ले ली गई है।
रैगिंग का केस भी दर्ज करवा चुकी हैं
अधिकारियों ने बताया कि उक्त महिला ने कुछ समय पूर्व अपने बेटे के रूममेट के खिलाफ एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में शिकायत भी कर दी थी। जब वहां से मैनिट में इस घटना के संबंध में फोन आया और जांच की गई तो रिपोर्ट फर्जी निकली।
इनका कहना है
हॉस्टल में अभिभावक नहीं रुक सकते। उक्त छात्र की मां एक महीने हॉस्टल में बिना जानकारी दिए रहीं। उन्हें हटाया भी गया। बाद में वे फिर आ गईं। जाहिर है कि इससे कमरे में रहने वाले अन्य छात्र परेशान होंगे। रविवार को उन्हें फिर हटाया गया है।
डॉ.एनपी पाटीदार, चीफ वार्डन, मैनिट