
सेंट्रल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, कुर्ला, घाटकोपर, मुलुंड, वडाला और दादर में एक-रुपए में इलाज करने वाले क्लीनिक के साथ आपातकालीन चिकित्सा कक्ष (ईएमआर) बनेंगे. वहीं 15 अन्य स्टेशनों पर ऐसे ही क्लीनिक कुछ महीनों में स्थापित करेंगे. यह इस बात पर निर्भर करेगा कि पहला क्लीनिक कब बनकर तैयार होता है।
आपको बता दें कि उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के आधार पर सेंट्रल रेलवे और वेस्टर्न रेलवे विभिन्न स्टेशनों पर ईएमआर स्थापित कर रहा है। ऐसा करने के लिए सेंट्रल रेलवे ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल को अपनाया है।
इस प्रकार सेंट्रल रेलवे सिर्फ पानी, बिजली और जगह मुहैया कराएगा व इसके अलावा कोई और भुगतान नहीं करेगा, अन्य खर्च जैसे मैन-पावर, इक्विपमेंट्स इस सुविधा को स्थापित करने वाली एजेंसी वहन करेगी।