
क्या है मामला
हमीदिया अस्पताल में खुदाई के दौरान एक धर्मस्थल के चिन्ह मिले हैं। जमीन सरकारी है अत: इसकी सारी प्रक्रिया भी सरकारी ही होनी है परंतु कुछ षडयंत्रकारियों ने इस मामले को साम्प्रदायिक संघर्ष में बदलने की साजिश रची। एक सामाजिक संगठन ने अपील जारी कर अपने समाज के लोगों का आह्वान किया। अपील पर कुछ 2 दर्जन उपद्रवी एकत्रित भी हुए। इस साजिश के विरोध में दूसरा पक्ष भी मैदान में आ गया। इसी बीच किसी ने पथराव शुरू कर दिया। दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया। मौके पर पहुंची डायल 100 को तोड़ दिया गया। कुछ वाहनों में आग लगा दी गई। इसी के साथ वाट्सएप पर भड़काऊ संदेशों का प्रसारण शुरू हो गया। शुरूआत का करीब 1 घंटे अनियंत्रित रहा परंतु उपद्रवियों के भड़काऊ संदशों का आम नागरिकों पर कोई असर नहीं पड़ा। लोग मौके पर मौजूद थे परंतु उग्र प्रदर्शन नहीं कर रहे थे।

मुख्यमंत्री की अपील
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपील की है कि, भोपालवासी किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। दोनों पक्षों की समझदारी से मामले को सुलझा लिया गया है।
भोपाल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक रमन सिंह सिकरवार ने बताया, "अब हालात सामान्य है। पुलिसबल की तैनाती की गई है। 12 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है जबकि अन्य की तलाश जारी है। पुलिस की कार्रवाई में किसी को नुकसान नहीं पहुंचा है।