ग्वालियर। विदेशों में जमी सट्टा खिलाने वाली कंपनियों से लाइन लेकर मोबाइल एप के जरिए ऑनलाइन सट्टे खिलाने वाले शहर के तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनको पकड़ना काफी मुश्किल था क्योंकि यह बिना तामझाम के सिर्फ एक लैपटॉप व मोबाइल से पूरा रैकेट चला रहे थे। जिस सर्वर पर यह ऑनलाइन क्रिकेट बैटिंग चल रही थी वह देश के बाहर से संचालित हो रहे हैं। पकड़े गए रैकेट से 1.84 लाख रुपए नकद, 80 लाख रुपए से अधिक के रिकॉर्ड के अलावा, 10 मोबाइल, दो लैपटॉप व एक डायरी मिली है।
एएसपी शहर ईस्ट अभिषेक तिवारी, सीएसपी मुरार रत्नेश तोमर ने बताया कि सूचना मिली थी कि थाटीपुर स्थित मरघट के पास अशोक कॉलोनी में आईपीएल के मुम्बई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेले जा रहे क्रिकेट मैच पर करोड़ों रुपए का ऑनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा है।
जिस पर थाना प्रभारी थाटीपुर यशवंत गोयल, एसआई सीएस तोमर, हरीश त्रिपाठी, हवलदार चतुरसिंह, नईम खान, आरक्षक यतेन्द्र, मुकेश, राजवीर, राजेश सिकरवार की टीम ने अशोक कॉलोनी में रैकेट की घेराबंदी कर 3 युवकों को गिरफ्तार किया है। जिनकी पहचान अमित चन्द्र जैन निवासी कृष्णपुरी मुरार, प्रदीप गुप्ता निवासी आदर्श कॉलोनी व विवेक शर्मा निवासी गोला का मंदिर के रूप में हुई है। इनसे मोबाइल, लैपटॉप व नकदी भी बरामद हुई है।
30 से 35 एजेंट, खिलाड़ियों के नाम
पुलिस को इनके मोबाइल व डायरी से करीब 30 से 35 नाम मिले हैं। जिनमें एजेंट्स व खिलाड़ियों (सट्टा खेलने वाले) के नाम भी लिखे हैं। इनकी भी तलाश की जा रही है, जबकि ये दतिया के कपिल श्रीवास्तव व शहर के संतोष घुरैया के लिए ऑनलाइन सट्टा बुकिंग करते थे। अब कपिल व संतोष की तलाश पुलिस कर रही है।
ऐसे खिलाते थे सट्टा
इंटरनेट पर 99 प्लेटिनम, फन क्लिक, ऑनलाइन क्रिकेट बैटिंग के नाम से आधा दर्जन एप हैं, जिन पर ऑनलाइन सट्टा खिलाया जा रहा है। यह सभी एप पड़ोसी देशाें व अन्य देशों में संचालित सर्वर पर चल रहे हैं। कोई बड़ा सटोरिया इस एप पर ज्वॉइन करता है और अपने नाम से एक अकाउंट ओपन करता है।
जिसके बाद ई-वॉलेट के जरिए गारंटी मनी जमा करता है। जिसके बाद एप पर भाव और मिनट टू मिनट अपडेट आने शुरू हो जाते हैं। इसका एक पासवर्ड मिलता है। इसके बाद बड़ा सटोरिया अपने अकाउंट पर शहर में सट्टा खेलने वालों को पासवर्ड देता है और उनकी बैटिंग शुरू हो जाती है। मैच में हार जीत के बाद रकम को लेने और देने के लिए बड़ा सटोरिया अपने एजेंट सट्टा खेलने वालों के पास भेजता है।
12वीं व बीए पास चला रहे रैकेट
पकड़े गए आरोपी 12वीं व बीए पास हैं और ऑनलाइन सटटे का रैकेट चला रहे थे। पकड़ा गया अमित 12वीं पास है, जबकि विवेक और मास्टर माइंड प्रदीप गुप्ता बीए पास हैं।