सरकार नहीं चाहती हड़ताल समाप्त हो: संविदा एवं आउटसोर्सिंग कर्मचारी | EMPLOYEE

भोपाल। भाजपा के घोषणा पत्र 2013 में किये गये नियमितीकरण के वादे को पूरा करवाने के लिए पिछले 6 दिनों से भोपाल के अम्बेडकर मैदान में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे पच्चीस हजार बिजली संविदा और आऊट सोर्सिंग के कर्मचारियों ने सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए अम्बेडकर मैदान में सद्बुद्धि यज्ञ कर सरकार से सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना की। मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर तथा यूनाईटेड फोरम फार इंजीनियर्स के अध्यक्ष व्ही.के. परिहार ने बताया की। 

सरकार नहीं चाहती है कि हड़ताल समाप्त हो। इसलिए ऊर्जा विभाग में बैठे अधिकारियों ने दो बार की वार्ता विफल करा दी। हम हड़ताल समाप्त करने को तैयार थे। लेकिन ऊर्जा विभाग के अधिकारी यह लिखित में देने के तो तैयार नहीं कि हड़ताली कर्मचारियों के हड़ताल समाप्त कर देने पर हड़ताल पर रहने के कारण कोई अनुशानात्मक कार्यवाही नहीं की जायेगी।

क्या हैं प्रमुख मांगें बिजली संविदा कर्मचारियों की
(1) भाजपा सरकार के घोषणा पत्र 2013 में किये गये वादे के अनुसार संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
(2) वर्तमान में आऊट सोर्सिग पर कार्य कर रहे कर्मचारियों को योग्यता अनुसार संविदा पर लिया जाए अथवा नियमित किया जाए। ठेके पर आऊट सोर्सिग की भर्ती बंद की जाए।
(3) निष्कासित संविदा कर्मचारियों को बहाल किया जाए।
(4) 28 जून 2013 को संविदा कर्मचारियों को नियमित करने के लिए बनाये गये मसौदे (नीति)को लागू किया जाए।
      म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि यदि सरकार ने मांगे नहीं मानी तो हड़ताल अनिश्चित कालीन जारी रहेगी । कल भी अम्बेडकर मैदान पर धरना जारी रहेगा।

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