
जहां भी नागरिकों को शराब दुकानों से दिक्कत हो रही है, उन दुकानों को स्थानांतरित करें। महिलाओं की इज्जत और जिंदगी से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि अधिकारी आय (राजस्व) के लिए शराब दुकानों के संचालन की मानसिकता को बदलें।
बता दें कि इस बार शराब की दुकानों को प्राइम लोकेशन दे दी गई है। कई दुकानों तो मंदिरों और स्कूलों के सामने या आसपास हैं तो कई दुकानें रिहायशी इलाकों में ऐसी जगह पर खुल रहीं हैं जहां से महिलाओं एवं बेटियों का भी आना जाना होता है। इसे लेकर पूरे प्रदेश में माहौल गर्माया हुआ है। शराबबंदी का विरोध करने वाली शिवराज सिंह सरकार अब जनता के मूड को देखते हुए नर्म होती जा रही है।