
उमरिया कलेक्टर जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि धुर्वे को शुक्रवार की रात गिरफ्तार करके ही पुलिस थाने ले जाया गया था, वहां से उन्हें उमरिया जिले की सीमा के बाहर छोड़ा गया था। धुर्वे की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस उन पर इस्तीफे का दबाव बना रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी सिंह ने कहा कि नियमों के तहत कोई भी बाहरी व्यक्ति शाम पांच बजे के बाद जिले में नहीं रह सकता। मंत्री धुर्वे जिले की एक होटल में रुके थे, इसलिए हमने कार्रवाई की। अब उनके खिलाफ अदालत में मामला चलेगा।
FIR की बात फर्जी है, इस्तीफा क्यों दे
धुर्वे से आचार सहिंता का उल्लंघन हुआ है। उनके खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी नहीं हुई। ये फर्जी बात है। आचार सहिंता का उल्लंघन बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने जैसा है। मंत्री को फांसी पर नहीं चढ़ा देंगे। धुर्वे इस्तीफा नहीं देंगे।
नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
सज्जन लोगों के लिए अपराध है: तन्खा
धुर्वे की गिरफ्तारी पर कांग्रेस सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि सज्जन लोगों की दुनिया में यह गंभीर अपराध है, लेकिन बीजेपी में शर्म-लिहाज बची ही नहीं है। इसलिए धुर्वे इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। हम इस मामले को जनता के बीच लेकर जाएंगे।
आचार संहिता का पालन जरूरी है: पूर्व सचिव
पूर्व मुख्य सचिव केएस शर्मा के मुताबिक यह मामला तो गंभीर है। किसी भी सूरत में आचार संहिता का पालन होना जरूरी है। जहां तक इस्तीफे की बात है तो यह चुनावी अपराध है। ऐसे मामलों में जब तक यह साबित न हो जाए कि चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की गई है, तब तक इस्तीफा देने का औचित्य नहीं है।