कैदियों की ASTRO कुण्डली बनवाएगी सरकार: कौन सुधरेगा, कौन आतंकवादी बन जाएगा

भोपाल। मप्र की जेलों में कुछ महीने बाद ज्योतिष के छात्र लैपटॉप लिए बंदियों की कुंडली बनाते हुए नजर आएंगे। दरअसल राजधानी में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान ज्योतिषी में डिप्लोमा कोर्स शुरू कर रहा है जिसके सिलेबस में छात्रों को कैदियों के पास भी भेजा जाएगा, जिससे वो उनकी कुंडली तैयार कर पता कर पाएं कि किस विशेष ग्रह दशा में वे अपराध के लिए प्रेरित हुए। साथ ही पता लगाया जाएगा कि किसका भविष्य कैसा होगा। 

अध्ययन का ये दायरा सिर्फ जेलों तक ही सीमित नहीं होगा, बल्कि आईआईएम जैसे बड़े संस्थानों में भी अध्ययन कराया जाएगा। इस पूरी कवायद का मुख्य उद्देश्य भविष्य के लिए एक ऐसा डाटा बैंक बनाने का है जिसके इस्तेमाल से नौजवानों को अपराध की राह में जाने से पहले ज्योतिष विद्या के जरिये सचेत किया जा सके। इस तरह का डाटा बैंक बनाने वाला मप्र पहला राज्य होगा।

तीन डिप्लोमा कोर्स होंगे शुरू 
महर्षि पतंजलि संस्कृत महाविद्यालय तीन डिप्लोमा कोर्स शुरू करने जा रहा है। इनमें ज्योतिषी के अलावा वास्तु शास्त्र और पुरोहित शामिल है। एक साल के इस डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेने के लिए न्यूनतम 12 वीं पास होना अनिवार्य है। वहीं इन कोर्स को करने के लिए कोई आयु सीमा व समुदाय विशेष का बंधन नहीं रखा गया है।

प्रैक्टिकल नॉलेज पर विशेष ध्यान 
महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान के निदेशक प्रभात आर तिवारी बताते हैं कि जुलाई माह से ज्योतिषी सहित तीन विषयों के डिप्लोमा कोर्स शुरू कर रहे हैं। इसमें छात्रों के प्रैक्टिकल नॉलेज के तहत जेल व शैक्षणिक संस्थानों में भेजकर कुंडली का डाटा बैंक तैयार किया जाएगा। तो वहीं वास्तु के कोर्स में भी विभिन्न जगहों के वास्तु व उनके दोष से वाकिफ करवाया जाएगा।
If you have any question, do a Google search

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!