AIMS BHOPAL: नाकाफी था इलाज, मौत, उपद्रव, बाशरूम में छुपकर बची महिला डॉक्टर

भोपाल। लोग उम्मीद करते हैं कि ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (AIMS) में देश के सबसे बेहतरीन डॉक्टर होते हैं। लोग AIMS के डॉक्टरों से विशेष परिणामों की उम्मीद करते हैं परंतु बीती रात AIMS के ICU में भर्ती कराई गई एक 16 वर्षीय युवती को इलाज के बावजूद आराम नहीं मिला। मौजूद ड्यूटी डॉक्टर प्रियंका शुक्ला ने मरीज के परिजनों से कुछ इस तरह के जवाब दिए जैसे हमीदिया में सुनने को मिलते हैं। बस फिर क्या था, परिजन भड़क गए। इसी दौरान युवती की मौत हो गई। परिजन उग्र हो उठे एवं उनसे बचने के लिए ड्यूटी डॉक्टर प्रियंका शुक्ला वॉशरूम में जाकर छुप गईं। 

AIMS के रेसीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. निकेत राय ने बताया कि हमीदिया रोड निवासी 16 वर्षीय शीतल रॉय को टीबी थी। उसके फेफड़ों में काफी इन्फेक्शन था। गंभीर हालत में उसे भर्ती किया गया था। गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इस पर शीतल को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। रात 12 बजे तक सेहत में बदलाव नहीं होने पर उसके परिजनों ने ड्यूटी डॉक्टर प्रियंका शुक्ला से सवाल-जवाब शुरू कर दिए और हंगामा शुरू कर दिया।

डॉक्टर्स के मुताबिक जब परिजन हंगामा कर रहे थे, तभी बच्ची की मौत हो गई। डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बच्ची को मृत घोषित कर परिजनों को शव शिफ्ट कराने को कहा। इससे परिजन भड़क गए। उन्होंने गालियां देना शुरू कर दिया। डॉ. शुक्ला को खुद को बचाने वाशरूम में छुपना पड़ा। AIMS हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. केसी तामरिया ने घटना की शिकायत बागसेवनिया पुलिस थाना में की है।

डायल 100 आई ... लेेकिन बिना कार्रवाई किए लौटी
डाॅ. राय ने बताया कि शीतल के परिजनों के हंगामे से डरी डॉ. शुक्ला के कहने पर सिक्युरिटी गार्ड ने रात करीब 2 बजे पुलिस कंट्रोल रूम फोन करके डायल 100 को बुलाया, लेकिन डायल 100 के ड्यूटी स्टाफ ने ICU में हंगामा करने वाले मरीज के परिजनों समझाइश देकर छोड़ दिया। डॉ. राय ने मरीज के परिजनों के खिलाफ डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई करने की मांग की है।

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