संविदा व्यायाम शिक्षक का पद वर्ग 2 से 3 में क्यों कर दिया | SPORTS TEACHER

महोदय, प्रदेश के अध्यापक व्यायामं शिक्षक एवं बीपीएड, डीपीएड, एमपीएड और एमफिल तक कर चुके और कर रहे युवा आपसे जवाब चाहते हैं यदि तर्कपूर्ण और न्यायसंगत जवाब हो तो देने की कृपा करें। मप्र शासन सन् 2005 से संविदा व्यायाम शिक्षक की भर्ती वर्ग 2 से वर्ग 3 में कर रही है जबकि इसके पूर्व कांग्रेस शासन काल में सभी पीटीआई पद (नियमित, शिक्षाकर्मी और संविदा संवर्ग के) वर्ग 2 के होते थे। क्या यही है बीजेपी सरकार की खेल नीति..?

2. प्रदेश सरकार खेल, खिलाडी और खेल मैदान के लिए करोड़ो खर्च कर रही है पर क्या अध्यापक व्यायाम शिक्षको का डिमोशन कर, उन्हें पदोन्नति के कोई अवसर दिए बिना, अच्छे खिलाडी तैयार किये जा सकते है..?

3. सन् 2005 से संविदा पीटीआई वर्ग 3 की भर्ती का आधार 12वी एवं C.P.ED. रखा गया है, महोदय ये बताने का कष्ट करे की मप्र में किस विश्वविधालय या बोर्ड से सीपीएड कोर्स होता है...? कुछ समय तक शारीरिक शिक्षण विद्यालय शिवपुरी से होता था वह भी बन्द हो चूका है।

4. महोदय बताने का कष्ट करे कि 2005 में भर्ती के समय प्रदेश की किसी एक मात्र संस्था (मात्र शिवपुरी) में संचालित कोर्स (सीपीएड) जिसमे में भी निश्चित संख्या में सीट हुआ करती थी, को प्रदेश स्तर की संविदा व्यायाम शिक्षक वर्ग 3 की भर्ती का आधार बनाया जा सकता है क्या...?

5. आपने स्कुल के संविदा व्यायाम शिक्षक वर्ग 3 की भर्ती के लिए सीपीएड की खोज की और महिलाओं को 50%आरक्षण भी दिया, जबकि राज्य में कोई भी विश्वविद्यालय महिलाओ को यह कोर्स (सीपीएड ) नही करवाता है, कॉलेज के स्पोर्ट्स ऑफिसर के लिए एमपीएड योग्यता है। अब बेचारा बीपीएड किया युवा के लिए शासन की क्या योजना है....? बताने का कष्ट करे। क्यों व्यापम के माध्यम से 2 वर्ष के बीपीएड कोर्स में एडमिशन लेने के लिए प्रवेश परीक्षा ली जा रही है..? जबकि बीपीएड पढाई के युवाओं के लिए प्रदेश में कोई उचित रोजगार नीति ही नही है..!!!

6. शासन की अध्यापक सेवा शर्ते के अनुसार भर्ती एक सहायक अध्यापक पदोन्नत होकर अध्यापक, वरिष्ठ अध्यापक, BAC, BRC, AEO, BEO एवं भविष्य में प्राचार्य तक बन सकता है पर एक अध्यापक व्यायाम शिक्षक का क्या भविष्य है...? उसके पदोंन्नति, प्रतिनियुक्ति की शासन क्या योजना है...?

7. प्रदेश में वर्तमान में 7 प्रकार के पीटीआई निम्न वेतन(लगभग) लेकर कार्य कर रहे है -
A. नियमित पीटीआई (वरिष्ठ वेतनमान) - 55-60 हजार।
B. नियमित पीटीआई (कनिष्ठ वेतनमान) - 40-45 हजार।
C. शिक्षाकर्मी से अध्यापक बने पीटीआई - 30-35 हजार।
D. संविदा वर्ग -2 से अध्यापक बने पीटीआई - 25-30 हजार।
E. संविदा वर्ग -3 से सहायक अध्यापक बने पीटीआई - 21-23 हजार।
F. संविदा वर्ग -3 पीटीआई - 5 हजार।
G. अतिथि वर्ग -2 पीटीआई- रु.- 3500

सभी का काम छात्रों को खेल का प्रशिक्षण देना और अधिक से अधिक संख्या में उन्हें राज्य/राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओ में शामिल करवाना है। महोदय ये बताइये कि उपरोक्त स्थिति को देखते हुए आपके शासन में क्या सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार "समान पद-समान कार्य-समान वेतन" के नियमो का पालन किया जा रहा है...? उपरोक्त स्थिति क्या न्यायोचित है..?

कृपया जवाब दे..
जवाब ना हो, तो ना सही....
पर हमारी समस्या हमने आपको बता दी है..!!

आपसे निवेदन है: समस्या का निदान तो कर दीजिये हमें चाहिए केवल हमारे स्वीकृत पदों के आधार पर शिक्षाकर्मी भर्ती की तरह उच्च श्रेणी शिक्षक के विरूद्ध अध्यापक का पद (वर्ग- 2 का) और पदोन्नति के पर्याप्त अवसर। महोदय आपको प्रदेश के हम अध्यापक पीटीआई आश्वस्त करते है की यदि शासन हमे सुविधा और पदोन्नति के समानअवसर देगी तो महोदय हम अतिरिक्त मेहनत करके  खिलाडी छात्रो से पदको के अम्बार लगवा देंगे, इतनी क्षमता, दक्षता, और जोश तो है हमारे साथियो में। 

निवेदक- 
नवजीत सिंह परिहार
प्रदेश अध्यक्ष
एवं
समस्त अध्यापक व्यायाम शिक्षक (पीटीआई) 
अध्यापक संविदा व्यायाम शिक्षक संघ म.प्र.

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