
हालांकि ग्वालियर संभाग में जयभान सिंह पवैया से लेकर हर सिंधिया विरोधी ऐसे ही बयान दिया करता है परंतु शिवराज सिंह के मुंह से निकलीं इन पंक्तियों ने एक नई सुगबुगाहट को हवा दे दी है। उन्होंने ज्योतिरादित्य का विरोध करने के लिए 'सिंधिया' को निशाने पर लिया। लोगों ने तत्काल सोशल मीडिया पर सवाल पूछ डाले कि भाजपा की संस्थापक राजमाता विजयाराजे किस परिवार से थीं। यदि सिंधिया ने जुल्म ढाए थे तो उन्हे भाजपा में सम्मान क्यों दिया जाता है।
बता दें कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया की राजनैतिक उत्तराधिकारी एवं बेटी यशोधर राजे सिंधिया शिवराज कैबिनेट में मंत्री है और वर्तमान में राजस्थान की मुख्यमंत्री भाजपा की वसुंधरा राजे भी इसी सिंधिया परिवार से हैं जिसे शिवराज सिंह ने जुल्मी और अंग्रेजों का मित्र करार दिया है। यहां एक तकनीकी सवाल यह भी है कि सिंधिया ने भिंड के लोगों पर कब और कौन से जुल्म ढाए हैं, इतिहास में वो जुल्म कहां दर्ज हैं। शिवराज सिंह ने ऐसा कुछ भी बयां नहीं किया।