स्कूलों में भगवद्गीता अनिवार्य करने, संसद में प्राइवेट बिल पेश

नयी दिल्ली। लोकसभा में भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी ने स्कूलों समेत शैक्षिक संस्थाओं में नैतिक शिक्षा के पाठ्यक्रम के रूप में ‘भगवद्गीता’ को अनिवार्य रूप से पढ़ाने के प्रावधान वाला एक निजी विधेयक पेश किया है। रमेश बिधूड़ी ने कहा कि आज देश में हमें अपराध, अनैतिक कृत्य एवं कई अन्य सामाजिक बुराइयां देखने को मिल रही हैं। इसके कई कारण हैं लेकिन एक महत्वपूर्ण कारण हमारी शिक्षा व्यवस्था में कमियां है। हमारी शिक्षा व्यवस्था में स्कूल स्तर से ही अनिवार्य रूप से नैतिक शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भगवद्गीता निश्चित रूप से नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाती है और हमें सही राह दिखाती है। सभी धर्मो में कई ग्रंथों में भी नैतिकता पर खास जोर दिया गया है। हमारा किसी से विरोध नहीं है।

बिधूड़ी ने कहा कि हमने नये भारत की नींव को मजबूत बनाने के लिए बच्चों में नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने पर बल दिया है। इसी उद्देश्य से लोकसभा में मैंने एक निजी विधेयक पेश किया है। भाजपा सदस्य ने कहा कि हमारा मानना है कि कक्षा तीन से ही स्कूलों में नैतिक शिक्षा पढ़ायी जानी चाहिए।

बिधूड़ी ने 10 मार्च को ‘शैक्षिक संस्थाओं में नैतिक शिक्षा पाठ्यक्रम के रूप में भगवद्गीता का अनिवार्य शिक्षण विधेयक, 2016’ पेश किया था जिसमें प्रस्ताव है कि भगवद्गीता को पाठ्यक्रम में अनिवार्य शिक्षा के तौर पर शामिल किया जाए।

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