
पाकिस्तान में फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर एवर्रेडी पिक्चर्स ने बताया है कि सेंसर बोर्ड ने फिल्म को सर्टीफ़िकेट देने से मना कर दिया है। सेंसर बोर्ड के एक कार्यकर्ता ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने की वजह है कि फ़िल्म में इस्लाम और ख़ासतौर पर मुसलमानों के एक तबक़े को बदनाम किया गया है।
उनका कहना था कि फिल्म में मुसलमानों को आपराधिक और हिंसक प्रवृति का दिखलाया गया है। पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों पर लगी पाबंदी हाल में ही ख़त्म हुई है और दो बॉलीवुड फिल्में 'काबिल' और 'ऐ दिल है मुश्किल' अभी मुल्क में दिखाई जा रही हैं।