
दरअसल, तापस राय का चेकबाउंस के मामले में वारंट जारी हुआ था। उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करना था लेकिन जब भी पुलिस वारंट तामील के लिए तापस राय के घर जाती तो वहां तापस की पत्नी मिलती। वो हमेशा पुलिस को यही बताती कि उसके पति तापस राय का इलाज कोलकाता के किसी अस्पताल में चल रहा है। तापस और उसके संबंध अच्छे नहीं है। घर में एक पुरुष भी दिखता था। महिला बताती थी कि वह उसका देवर है। सब समझते थे कि देवर भाभी के बीच अवैध संबंध चल रहे हैं।
तीन दिन पहले पुलिस जब उसके घऱ गई तो देवर भाभी को देखकर उसे कुछ शक हुआ। बाद में पुलिस वारंटी का फोटोयुक्त आईडी कार्ड ले आई। देखा तो पता चला जो आदमी देवर बनकर रह रहा है, असल में वही तापस राय है। महिला अपने ही पति को अपना देवर बता रही थी। पति को गिरफ्तारी से बचाने के लिए महिला चरित्रहीन कहलाने को तैयार थी।