
बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में लालू जाटव ने अपने मन मुताबिक एक पार्टी विशेष को वोट दिया था और जाटव के परिवार का आरोप है कि गांव के ही रहने वाले लल्लू उर्फ विक्रम ठाकुर किसी और पार्टी के पक्ष में जबरन वोट डलवाना चाहता था लेकिन जाटव ने विक्रम सिंह की बात नहीं मानते हुए मतदान कर डाला। परिवार का आरोप है कि इसी बात से विक्रम ठाकुर खफा हो गया और उसने जाटव को घर में घुसकर गोली मार दी।
बता दें कि यूपी में जातिवाद की राजनीति का लंबा इतिहास है। यहां इलाके के दबंग लोग अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए थोकबंद वोटिंग कराते हैं। कमजोर वर्ग को उनकी मर्जी के अनुसार वोटिंग करनी पड़ती है। यदि वो ऐसा नहीं करते तो उन्हे प्रताड़ित किया जाता है। दबदबा बनाए रखने के लिए दबंग हत्याएं भी करते हैं।