भोपाल। खेली को लाभ का धंधा बनाने का नारा देकर, रेती को कालधन की कमाई का जरिया बनने दे रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिश्तेदारों की पोल लगातार खुल रही है। हालांकि उन्होंने विधायकों की एक बैठक में कहा था कि उन्होंने संयुक्त परिवार छोड़ दिया है परंतु सब जानते हैं कि बुधनी का 'किरार परिवार' तभी से अवैध रेत के कारोबार में सक्रिय हुआ है जब से मप्र में शिवराज सिंह चौहान सीएम बने हैं। लोग अर्थ क्यों ना निकालें।
नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान मां नर्मदा का चीर चीरकर किए जा रहे अवैध रेत काले कारोबार के खिलाफ अभी अधिकारियों को फ्री हेंड नहीं दिया गया है, फिर भी एक अचानक हुई कार्रवाई में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के भतीजे प्रद्युम्न सिंह किरार का डंपर धर लिया गया। MP04 HE 3400 नम्बर के इस डंपर को कुछ ही दिन पहले सीहोर जिले के रेहटी थाने में भी ओवरलोड परिवहन करने के आरोप में पकड़ा गया था। उस समय प्रद्युम्न के चार डंपरों को अवैध परिवहन करते हुऐ पकड़ा गया था और उन्हे जुर्माना करके छोड़ दिया गया था। इस बार धर लिए गए डंपर के बारे में जब अधिकारियों को पता चला तो बयान बदल गए। अफसर बोल रहे हैं कि पकड़ा गया डंपर अवैध परिवहन कर रहा था या ओवरलोडिंग, इस बात का पता लगाया जा रहा है।
सीएम शिवराज सिंह पर भारी दवाब के बाद राजधानी में अवैध रेत परिवहन करते हुए गुरुवार देर रात पुलिस ने अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 100 ट्रक डंपर जब्त किए। इसमें भी आरोप यह है कि सीएम हाउस से इस कार्रवाई की सूचना पहले ही लीक कर दी गई थी। जिसके चलते 'चौहान बंधुओं' के डंपर आए ही नहीं। फिर भी यह एक डंपर सामने आ गया और धर लिया गया। अब लीपापोती शुरू हो गई है। आखिर निजाम का भतीजा है। कलम चलाकर कौन अपने हाथ जलाए।