
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आम बजट पर अपनी प्रतिकिया देते हुए कहा कि बजट में निराशा हाथ लगी। नोटबंदी पर कुछ भी स्पष्ट पक्ष सरकार के तरफ से नहीं रखा गया, न ही आंकड़ा किसी तरह का दिया गया। स्पेशल पैकेज को लेकर सीएम ने कहा कि 1 लाख 65 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा तो की गई पर उसकी प्रतिछाया बजट में नहीं दिखी।
सीएम ने कहा कि सरकार यह बताने में भी नाकामयाब रही कि कितना काला धन वापस आया। पूरे देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन सम्भव नहीं है। अभी भी सरकार का कॉल ड्रॉप हो रहा है इतना दिन से समाधान नहीं हुआ। डिजिटल ट्रांजेक्शन कैसे सम्भव है देश में। किसानों की आमदनी दुगुनी कैसे और कब होगी, केंद्र सरकार का अब मात्र 2 साल बचा हुआ है। बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा और स्पेशल पैकेज का आम बजट में कोई जिक्र नहीं है। चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री जी ने वादा किया था।
सीएम ने कहा कि पूरा बजट भाषण निराशाजनक और बोरिंग था, कुछ भी अच्छा नहीं था और न ही यह बजट देश की अर्थ व्यवस्था को आगे बढ़ा सकता है। रेल का बंटाधार कर दिया, रेल की एक स्वतन्त्रता थी, अब रेल की स्वायत्तता समाप्त हो गई। अब रेल को राज्य सरकार से जोड़ रहे है, क्या मजाक हो रहा है देश में। बजट के बाद रेलवे का विकास रुक जाएगा। हमें डर है कि रिवर विकास के नाम पर कही ये गंगा को तालाब ना बना दें।