भोपाल। हर सांस देश के नाम कर चुके भाजपा नेताओं की पोल पट्टियां आजकल खूब खुल रहीं हैं। किसी के पाकिस्तानी जासूस से रिश्ते सामने आ रहे हैं तो कोई महिला नेत्री सैक्स रैकेट चलाती पकड़ी जा रही है। भोपाल में विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह ने वैलेंटाइन डे के दिन भगत सिंह को श्रृद्धासुमन अर्पित कर दिए। ना केवल कर दिए बल्कि अपनी बेवकूफी का फोटो भी सोशल मीडिया पर अपलोड किया और इज्जत का रहा सहा कचूमर प्रेसनोट जारी करके खुद ही निकाल दिया।
भोपाल में विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह, निगम परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह ने शहीद भगत सिंह, सुखदेव, और राजगुरु का पुण्य स्मरण किया और सावरकर सेतु के समीप उनकी प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित कर नमन किया। विधायक महोदय के अनुसार 14 फरवरी शहीदों का बलिदान दिवस था, जबकि इतिहास में 14 फरवरी की तारीख से शहीदों का कोई रिश्ता ही नहीं है। 14 तारीख और भगत सिंह का रिलेशन सिर्फ इतना है कि आज के दिन प्रिविसी काउंसिल द्वारा अपील खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष मदन मोहन मालवीय ने 14 फरवरी 1931 को लॉर्ड इरविन के समक्ष दया याचिका दाखिल की थी, जिसे बाद में खारिज कर दिया गया था।
दरअसल, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही थी। जिसमें 14 फरवरी को शहीदों का बलिदान दिवस बताया गया था। हालांकि कुछ जानकार नागरिकों ने ना केवल इसका खंडन किया था बल्कि ऐसी पोस्ट वायरल करने वालों को लताड़ भी लगाई थी परंतु शायद विधायक महोदय की फ्रेंड लिस्ट में कोई समझदार नहीं है अत: वो 14 फरवरी को बलिदान दिवस समझ बैठे और मालाएं लेकर जा पहुंचे, भगत सिंह की प्रतिमा के पास। बताते चलें कि भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को फांसी 23 मार्च 1931 को दी गई थी।