विवाद: मोदी ने बिना पूछे मौलाना की तस्वीर होर्डिंग में लगाई | UP ELECTION NEWS

लखनऊ। क्या चुनाव जीतने के लिए मोदी को किसी मौलाना या साधू संत की जरूरत है ? इस विवाद को देखकर तो लगता है कि हां, बिना मौलाना के मोदी यूपी की जंग नहीं जीत पाएंगे। तभी वो मौलाना से पूछे बिना ही उनकी तस्वीर अपने होर्डिंग में छाप डाली। अब शिया मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद ने चेतावनी दी है कि या तो सभी होर्डिंग से उनकी तस्वीर हटाएं या फिर कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। 

भारतीय जनता पार्टी की चुनावी होर्डिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तस्वीर लगाए जाने से शिया मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नाराज हैं। उनकी ओर से कहा गया है कि अगर होर्डिंग से उनकी तस्वीर नहीं हटाई गई, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मौलाना ने होर्डिंग में अपनी तस्वीर लगाए जाने से नाराजगी जाहिर की है। मौलना ने इसको गैरकानूनी बताते हुए लोगों को आगाह किया है कि अगर जल्द ही इन सभी बैनरों और होर्डिंगों से उनकी तस्वीर नहीं हटाई गई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

इमरान नकवी ने कहा कि मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने किसी राजनीतिक दल या राजनीतिक नेता का समर्थन नहीं किया है, इसलिए विज्ञापन बैनरों और होर्डिंगों पर उनकी तस्वीर का उपयोग करना अवैध है। उन्होंने कहा कि अगर इन तस्वीरों को विज्ञापन, बैनरों और होर्डिंगों से हटाया नहीं गया, तो हम कानूनी कार्रवाई के लिए मजबूर होंगे।

इमरान नकवी ने कहा कि मुहर्रम के महीने में मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी की फोटो का उपयोग अजादारी के हवाले से किया गया था लेकिन अब राजनीतिक हित प्राप्त करने के लिए किया जा रहा है। यह कदम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इमरान ने कहा कि मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने केवल जनता से ज्यादा वोट डालने की अपील की है क्योंकि मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में वोटों का प्रतिशत कम रहता है, मौलाना ने किसी राजनीतिक दल या किसी राजनीतिक नेता का समर्थन नहीं किया है।

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