मप्र: JAIL में कैदियों को मिलेंगे बिस्किट, ब्रेड, मिठाई, सलाद और पौष्टिक भोजन

भोपाल। भोपाल एनकाउंटर के बाद जेलों में परिजनों द्वारा खाद्य सामग्री के वितरण पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। जेल का घटिया खाना खाने के लिए कैदी तैयार नहीं थे। असंतोष बढ़ता जा रहा था अत: सरकार ने अब कैदियों का मीनू बदल दिया है। जेल में बंद कैदियों को नाश्ते में नमकीन सेव, बिस्किट, टोस्ट, ब्रेड व खाने में सलाद दिया जाएगा। इसमें गाजर, ककड़ी, मूली और प्याज को शामिल किया गया है।

इसी तरह रविवार को स्पेशल डाइट के तौर पर दिए जाने वाले हलवा की जगह मिठाई, खीर, नुक्ती में से किसी एक को हर सप्ताह बदलकर दिया जाएगा। अभी तक सिर्फ रविवार को हलवा दिया जाता था। भोपाल सहित प्रदेश की जेलों में हुई सर्चिंग में चौकाने वाली सामग्री मिलने के बाद जेल डीजी संजय चौधरी ने परिजनों द्वारा दिए जाने वाली सामग्री पर जेल में रोक लगा दी थी।

डालडा से नहीं बनेंगी पूड़ी, लगाने के लिए नारियल तेल
नई व्यवस्था लागू करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। नई व्यवस्था के तहत डालडा से पूड़ी बनाने पर रोक लगाने के निर्देश जेल मुख्यालय ने जारी किए हैं। अब कैदियों को पूड़ी बनाने के लिए रिफाइन सोयाबीन तेल का इस्तेमाल होगा। सजायाफ्ता बंदियों को बीड़ी एवं तंबाकू के स्थान पर सप्ताह में तीन बार 30-30 ग्राम गुड़ की जगह रोज शक्कर दी जाएगी। साथ ही लगाने के लिए सरसो तेल की जगह 5 ग्राम नारियल तेल दिया जाएगा। जेल में बंदियों को ब्लेड के स्थान पर दाढ़ी और बाल कटिंग के लिए नाई पेटी का इस्तेमाल होगा।

जेल में जैमर लगाने के प्रस्ताव को शासन ने किया खारिज
राजधानी की सेंट्रल जेल में मोबाइल जैमर लगाने की टेस्टिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी सरकार ने इस प्रोजेक्ट को फिलहाल बजट देने से इंकार कर दिया है। इसके लिए अगले बजट सत्र तक इंतजार करने के लिए जेल मुख्यालय को कहा गया है। जेल विभाग के अफसरों की माने तो छह महीने पहले भोपाल जेल में जैमर लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसके लिए करीब 10 करोड़ रुपए खर्च होने की बात सर्वे में सामने आई थी। 51 एकड़ की जेल की चहारदीवारी के भीतर 21 प्वाइंट पर जैमर लगाने का सर्वे हुआ था।

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