शिक्षक ने खुद के खर्च पर सरकारी स्कूल को मॉडल बना दिया

सुरेश नामदेव/पथरिया (DAMOH NEWS)। आज जब लाखों शिक्षक अपने वेतन के लिए आए दिन हड़ताल किया करते हैं। ई अटेंडेंस के लिए सरकार से डाटा बेलेंस मांगते हैं वहीं एक शिक्षक ऐसा भी है जिसने अपनी जेब से करीब डेढ़ लाख रुपए खर्च करके सरकारी स्कूल का कायाकल्प कर दिया। अब यह स्कूल किसी भी नजदीकी प्राइवेट स्कूल से बेहतर है। जहां दूसरे स्कूलों में पानी की टंकी तक नहीं है, यहां आरओ वाटर मिल रहा है। 

ग्राम सतौआ की माध्यमिक शाला में प्रधान अध्यापक निर्मल कुमार जैन की तीन महीने की मेहनत लगन और जनसहयोग से स्कूल को वह रूप दिया है कि जिसके आगे प्राइवेट स्कूलों की चमक दमक भी फीकी पड रही है। निर्मल कुमार जैन की नियुक्ति इस स्कूल में जनवरी 2007 में हुई थी और और 1 अक्टूबर 2016 को उन्होंने हेडमास्टर का पदभार संभाला। एचएम बनते ही उन्होंने स्कूल की जर्जर हालत को देखते हुए उसे शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल कायम करने का संकल्प लिया और फिर स्वयं के ही निजी खर्च से स्कूल की रंगत बदलने का बीड़ा उठाया। 

स्कूल की मरम्मत के बाद दीवारों पर पुट्टी जमीन में टाइल्स, मार्बल, इमल्सन पेंट, पीने के लिए शुद्ध आरओ वाटर, शौचालय में भी इन्हीं सारी व्यवस्थाओं के साथ हैंडवास सहित लाइट फिटिंग और कक्षाओं में पंखों की व्यवस्था की गई। शाला में वृक्षारोपण कर सौंदर्यीकरण में चार चांद लगा रहा है। सभी छात्र छात्राओं का पंक्तिबद्ध बैठना बाहर व्यवस्थित तरीके से जूते चप्पल साइकिलों को रखने का अनुशासन सराहनीय है।

थोड़ा फंड, थोड़ा जनसहयोग भी मिला 
साला को आज इस मुकाम तक पहुंचाने में करीब 2 लाख रुपये का खर्च आया है जिसमें 40 से 50 हजार रुपये स्कूल फंड का शामिल है। करीब 1 लाख 30 हजार रुपये एचएम निर्मल कुमार जैन ने स्वयं व्यय किया है। 

मजदूरों का रहा सराहनीय सहयोग
आज इस स्कूल की उन्नति और चमक दमक के पीछे मजदूरों की भी सराहनीय भूमिका रही है जिन्होंने आधी मजदूरी पर दिन रात एक कर बड़ी लगन से काम किया है। एचएम निर्मल जैन सहित शिक्षक मोहन सिंह ठाकुर और नरेंद्र सिंह ठाकुर ने दिन रात एक कर दिया और आज उनकी यह तीन महीने की मेहनत इस तरह रंग लाई है कि सभी लोग सराहना कर रहे हैं।

बच्चों की उपस्थिति 100% हो गई 
शिक्षकों द्वारा स्कूल के प्रति ऐसा समर्पण भाव और लग्न की यहां पर छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सौ फीसदी है छात्रों की दर्ज संख्या कुल 59 जिनमें से सभी छात्र स्कूल में उपस्थित पाए गए सिर्फ चार छात्र किसी कारणवश स्कूल नहीं आ पाए। छात्रों के लिए खेलकूद को फुटबॉल बेडमिंटन क्रिकेट रस्सी सभी सामग्री शिक्षक द्वारा अपने निजी खर्च से उपलब्ध कराई गई एवं सभी छात्र-छात्राओं को स्वेटर मोजे पेन कापी जैसी जरुरी सामग्री भी शिक्षक द्वारा अपने निजी खर्च से उपलब्ध कराई गई जिस की सराहना करते ग्रामवासी भी थकते नहीं है एचएम द्वारा उपलब्ध कराया गया कंप्यूटर भी शिक्षक छात्रों को सिखा रहे हैं और छात्र भी बड़े ही रूचि पूर्वक स्कूल में अध्ययनरत है।

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