
प्रदेश में वर्ष 2017 को गरीब कल्याण वर्ष घोषित करने वाली बीजेपी सरकार ने अब नया बदलाव किया है। नये साल को सरकार अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय वर्ष के रुप में मनाएगी। वित्त मंत्री जयंत मलैया ने बताया कि राज्य के सभी सरकारी लायब्रेरी और सरकारी स्कूलों की लायब्रेरी में दीनदयाल उपाध्याय के जीवन दर्शन से जुड़ा साहित्य रखा जाएगा। साथ ही सरकार अब सरकारी विज्ञापनों में भी पंडित दीनदयाल का फोटो और केंद्र द्वारा तय मोनो को प्रकाशित करेगी।
प्रदेश में बीजेपी सरकार के नये फरमान का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार संघ के इशारे पर शिक्षा के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रही है। प्रदेश महामंत्री चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी ने सरकार पर फिजूलखर्ची का आरोप लगाते हुए इस पर खर्च होने वाली राशि को गरीबों के कल्याण पर खर्च किए जाने की मांग की है।