
नेकी की दीवार पर टांगे कपड़े
आनंदम कार्यक्रम स्थल पर नेकी की दीवार की तरह ही कुछ लोगों ने कपड़े दान किए। उन्हें लेने वाले भी पहुंचे। लोगों का कहना था कि यह एक अच्छे कार्यक्रम की शुरुआत हो रही है लेकिन इसमें जनप्रतिनिधियों के न आने से ज्यादा उम्मीद नहीं दिख रही है। कुछ स्कूल व स्वयं सेवी संगठन जरूर आगे आए। 14 जनवरी से 21 जनवरी तक प्रदेश में आनंद उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। राज्य भर में आनंदम केन्द्र खोले जाएंगे। स्वंय सेवक आनंदम के रूप में ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं।
आनंद का सरकारीकरण नहीं हो सकता
कलेक्टर विकास नरवाल का कहना था कि आनंद लाना, इसका सरकारीकरण नहीं हो सकता। यह पूर्ण रूप से स्वैच्छिक है। मैंने न किसी को ये कहा कि आपको अाना ही है, न ही किसी को आने के लिए दबाव बनाया। कल मीटिंग में तैयारियाें पर चर्चा हुई थी। जिसे आना था वो आया, जिसे नहीं आना था वो नहीं आए।
मुझे सूचना लेट मिली
महापौर अभय दरे का कहना है कि मुझे पत्र के माध्यम से लेट सूचना मिली। इससे पहले बरमान जाने का प्रोग्राम तय हो गया था। इसलिए नहीं आ सका। पार्षदों को भी समय पर सूचना नहीं दी गई। निगम कमिश्नर की तरफ से यदि मुझे फोन से सूचना मिल जाती तो जरूर आता। वहीं विधायक शैलेंद्र जैन शनिवार को भोपाल में थे। सांसद लक्ष्मीनारायण यादव भी व्यस्तता के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके।