BHOPAL। नोटबंदी के बाद हर रोज बदलते नियमों के बीच बैंक अधिकारियों ने बड़ी ही चतुराई से काले कारोबारियों को संरक्षण दिया। ना केवल करोड़ों की काली करेंसी चुपके से बदल दी गई बल्कि उनके नकली नोट भी जमा कर लिए गए। IDBI BANK की KOLAR BRANCH में नकली नोट जमा होने का मामला सामने आया है। बता दें कि बैंकों में नकली नोट पकड़ने वाली मशीन होती है। सरकार ने सहकारी बैंकों में लेनदेन केवल इसीलिए प्रतिबंधित किया था क्योंकि सहकारी बैंकों में इस तरह की मशीनें नहीं थीं, अत: यह नहीं माना जा सकता कि कोई शातिर बदमाश बैंक में नकली नोट जमा करा गया होगा।
एमपी नगर थाने के प्रभारी आशीष कुमार ने बताया कि आईडीबीआई बैंक की कोलार शाखा में नोटबंदी के बाद जमा हुई रकम में दो लाख तीन हजार रुपये के नकली नोट मिले हैं। सभी नोट 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट हैं। उन्होंने बताया कि एमपी नगर राजधानी का नोडल थाना है, लिहाजा बैंक ने यह शिकायत और नकद थाने को सौंपी है। भारतीय रिजर्व बैंक का कार्यालय इसी थाना क्षेत्र में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नबंवर को अचानक मध्यरात्रि से 500 और 1000 के नोटों को अमान्य घोषित कर दिया था। उन्होंने यह अभियान कालाधन और नकली नोटों के खिलाफ ही चलाया था परंतु बैंक अधिकारियों की मिली भगत के चलते नोटबंदी फेल हो गई।