
हेमंत सूर्यवंशी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के छह हजार वाटरशेड सचिवों की सेवाएं, पंचायत विभाग ने बीते 12 दिसंबर को बिना किसी कारण बताओ नोटिस जारी कर समाप्त कर दी हैं। हेमंत सूर्यवंशी का कहना है कि सरकार के इस तुगलकी फरमान से मध्यप्रदेश के छह हजार वाटरशेड सचिवों का भविष्य अंधकारमय हो गया है।
हेमंत सूर्यवंशी ने कहा कि उनके संगठन ने निर्णय लिया है कि मध्यप्रदेश में 313 जनपद और 51 जिलों में चल रहे सरपंच-सचिवों के महाआंदोलन में कल शनिवार से छह हजार वाटरशेड सचिव, प्रदेश भर के धरनों में अपनी मांग को लेकर शामिल होंगे। इसी के साथ आगामी 10 जनवरी को भोपाल में आयोजित महारैली धरना-प्रदर्शन में विभाग के इस तुगलकी फरमान का विरोध करेंगे। हेमंत सूर्यवंशी का कहना है कि धरना-प्रदर्शन के माध्यम से वॉटरशेड सचिव अपनी सेवा को वापस चालू करने का आव्हान करेंगे।