पंडित चंद्र शेखर। नोटबंदी को लेकर सभी विशेषज्ञों के अपने अपने अनुमान है। अर्थशास्त्रियों के विष्लेषण को इस मामले में प्रमुख माना जाता है लेकिन ज्योतिष का अपना महत्व है। गृह नक्षरों की गति और प्रकाश की दृष्टि ही सारे परिवर्तनों का कारण होती है। 26 जनवरी 2017 से शनिदेव अपनी राशि बदल रहे हैं। वो वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश करेंगे। शनिदेव का यह परिवर्तन भारत की अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। नोटबंदी पूरी तरह से सफल होकर सामने आएगी। शिक्षा मे सुधार होगा, दिव्य व विलक्षण कार्य होंगे। केतु की उच्च राशि धनु है। इसलिए धनु राशि मे शनि के आने से कामकाज, उद्योग धंधों मे क्रांतिकारी परिवर्तन होंगे। धातुओं की कीमतों मे वृद्धि होगी।
26 जनवरी 2017 से शनि महाराज धनु राशि मे प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही शनि महाराज वृश्चिक राशि छोड़ देंगे। पिछले ढाई वर्ष से शनि महाराज चंद्र की नीच राशि मे थे जिसके कारण पिछले ढाई वर्ष मे सभी के कामकाज मन के प्रतिकूल रहे। जो भी ग्रह किसी भी नीच राशि या उच्च राशि से भ्रमण करता है उस ग्रह पर राशि की नीचता और उच्चता का प्रभाव अवश्य पड़ता है। शनि चंद्र की नीच राशि वृश्चिक मे होने के कारण सभी काम काज मे विपरीत प्रभाव पड़ा।
अब शनि महाराज धनु राशि मे प्रवेश करेंगे यह राशि देव गुरु की मूल त्रिकोण राशि तथा केतु की उच राशि है, गुरु ग्रह अर्थ, धन, ज्ञान व शिक्षा के कारक है। इसलिए धनु राशि मे गुरु के आने से अर्थ व्यवस्था सुधरेगी, शिक्षा मे सुधार होगा, दिव्य व विलक्षण कार्य होंगे। केतु की उच्च राशि धनु है। इसलिए धनु राशि मे शनि के आने से कामकाज, उद्योग धंधों मे क्रांतिकारी परिवर्तन होंगे। धातुओं की कीमतों मे वृद्धि होगी। धार्मिक क्षेत्र मे कोई विशेष कार्य होगा।