
पुलिस अधीक्षक एमएस सिरकवार ने बताया कि कटनी निवासी खनन कारोबारी रंजन ग्रोवर की पत्नी संगीता ग्रोवर (34 वर्ष) अपने बेटे रूद्राक्ष (13) और शिद्राक्ष (9) के साथ गुरुवार की दोपहर को समदड़िया मॉल से लापता हो गई थी। संगीता की मां ने बेटी और बच्चों के लापता होने की रिपोर्ट गुरुवार की रात को ओमती थाने में दर्ज करवाई थी। पुलिस ने गुम इंसान के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया था। शुक्रवार को लापता महिला के मोबाइल फोन की लोकेशन स्थानीय गलगला और ओमती क्षेत्र में मिली थी। इसके बाद मोबाइल फोन बंद हो गया था।
एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दी
पुलिस ने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट के सीसीटीवी कैमरे की जांच की, तो देखा कि महिला अपने एक पुरुष मित्र और बच्चों के साथ गुरुवार की शाम में 5 बजे फ्लाइट से दिल्ली रवाना हुई है। दिल्ली एयरपोर्ट की फुटेज देखकर साफ हो गया कि सभी गुरुवार को भावनगर के लिए रवाना हो गए थे। इसके बाद एक टीम भावनगर रवाना की गई थी। पुलिस टीम ने भावनगर पुलिस की मदद से सोमवार की सुबह महिला, बच्चों और उसके पुरुष मित्र को हिरासत में ले लिया है। पुलिस सभी को लेकर जबलपुर पहुंच चुकी हैं।
पहले पति के पैसों से प्रेमी को मालामाल किया
आशीष कोटवानी संगीता से 10 साल छोटा है, जो कि कटनी में ही ट्रेवल एजेंसी चलाता है। आशीष एक सामान्य परिवार से है। संगीता ने उसकी फाइंनेंशियली बहुत मदद की है। हालही में आशीष ने 50 लाख का घर बनवाया है, जिसकी गृह प्रवेश 16 जून को रखा गया था। आशीष अविवाहित है और उसके पिता पेटीज बेचते हैं।
पति ने नहीं छोड़ा था कोई दूसरा रास्ता
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध शाखा) देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि उनकी महिला से बात हुई है। महिला का कहना है कि पारिवारिक कारणों से उसके पास दो विकल्प थे। एक आत्महत्या करना और दूसरा घर से भाग जाने का। वह अपने पति को सुधारने और सबक सिखाने के लिए घर से भागी थी और इसमें उसके दोस्त ने मदद की। उन्होंने बताया कि महिला का पुरुष मित्र आशीष कोटवानी कटनी में ट्रेवल एजेंसी चलाता है।
जंगल में ड्रिंक करके मुझे दोस्तों के सामने नचाया था
संगीता ने अपने ससुर को बेहद मार्मिक और दिल दहलाने वाला पत्र लिखा था। पत्र में लिखा है कि आपका बेटा जब आपकी इज्जत नहीं करता तो मेरी क्या करेगा। आपके बेटे के हाथ से मुझे अपना अंतिम संस्कार भी मंजूर नहीं है। जब आप झूठे गवाह खरीदकर अपने भांजे को खून के केस से बरी करा सकते हो, तो फिर तो वो आपका ही बेटा है। मैं चाहती हूं दुनिया को आपके बेटे की असलियत पता चले, ताकि किसी और लड़की की जिंदगी खराब न हो। आपके बेटे ने कान्हा किसली में मुझसे ड्रिंक करने के बाद अपने दोस्तों के बीच डांस करने को कहा था। आपके बेटे की गल्तियों से मेरा पांच बार अबॉर्शन हुआ। आपका बेटा शराब पीता था और कॉल गर्ल्स के पास जाता था, लेकिन मैं चुप रही।
कोई रास्ता ही नहीं बचा था
पत्र में कहा गया है कि ये स्टेप उठाने के अलावा मेरे पास कोई रास्ता नहीं था। मेरे बेटे रुद्राक्ष और शिवाक्ष जो मेरे कारण इस दुनिया में हैं। उन्हें भी अपने साथ लेकर जा रही हूं। जिन हालात में मैं जी रही हूं, नहीं चाहती कि उनका सामना मेरे बच्चे भी करें।
मायके वालों को लेटर पर भरोसा नहीं
संगीता के मायके वालों ने पुलिस को बताया था कि उनका दामाद काफी अच्छा है। उनकी लड़की ससुराल में खुश थी। मायके वालों का कहना है कि इस घटना के पीछे किसी की साजिश है। किसी ने संगीता का किडनैप करने के बाद उससे लेटर लिखवाया होगा। वहीं ससुराल वालों का भी कहना है कि रंजन और संगीता के बीच ऐसा कोई विवाद नहीं था कि मामला इतना गंभीर रूप ले सके।