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किसानों को शांत करने की कोशिश करतीं कलेक्टर |
खंडवा। कृषकों को फसल बीमा दावा राशि के प्रमाण पत्र वितरित करने पहुंचे सांसद नंदकुमारसिंह चौहान को मंडी में किसानों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। कृषि उपज मंडी में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद बीमे की राशि कम मिलने से नाराज किसान मंच पर चढ़ गए और उन्हे घेर लिया। मंच के करीब भीड़ लगाकर एकत्रित हुए किसानों का आक्रोश कम करने के लिए कलेक्टर स्वाती मीणा को भी मोर्चा संभालना पड़ा।
शनिवार को दोपहर 12 बजे कृषि उपज मंडी में किसानों को फसल बीमा दावा राशि के प्रमाण-पत्र वितरित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में जमकर हंगामा हुआ। मंच पर नंदकुमार सिंह चौहान भाषण दे रहे थे और उज्जैन में सीएम शिवराज सिंह के भाषण का लाइव शुरू हो गया। नंदूभैया को बीच में ही कुर्सी पर बैठना पड़ा। सीएम के भाषण का लाइव प्रसारण दिखाने के लिए कार्यक्रम स्थल पर एलसीडी लगाई गई थी। प्रसारण शुरू होते ही सीएम की आवाज किसानों तक नहीं पहुंचने से शेड में बैठे किसान उठकर जाने लगे। करीब 10 मिनट तक आवाज सेट करने का सिलसिला चलता रहा। इसी दौरान मांधाता विधायक लोकेंद्रसिंह तोमर मंच पर रखा माइक उठाकर साउंड स़िस्टम के पास ले आए। काफी मशक्कत के बाद भी आयोजन स्थल पर गूंज रही सीएम की आवाज को बेहतर नहीं किया जा सका।
मंच पर चढ़ गए किसान
सीएम के लाइव प्रसारण के दौरान ही ग्रामीण क्षेत्रों से आए नाराज किसानों ने सांसद नंदकुमार सिंह का घेराव कर डाला। वो मंच पर चढ़ गए और बाकी बचे किसान मंच के नीचे जमा हो गए। स्थिति को भांपते हुए कलेक्टर स्वाति मीणा मंच से उतरीं और उन्होंने मोर्चा संभाला। ग्राम बोरी सराय के किसान सुंदरलाल मीणा ने उन्हें बताया कि साढ़े तीन एकड़ की भूमि में सोयाबीन की फसल नष्ट हुई थी। वर्ष 2013 में इतने ही नुकसान पर 46 हजार रुपए की बीमा राशि मिली थी जबकि इस बार 13328 ही दिए गए हैं। इसी गांव के रामाधार देशवाली ने कहा कि 7 एकड़ में सोयाबीन के नुकसान पर 16 हजार 111 रुपए मिले हैं। तीन साल पहले 61 हजार रुपए की बीमा राशि मिली थी। इसी तरह की शिकायतें लेकर किसान मंच के आसपास एकत्रित होने लगे। कार्यक्रम समाप्त होते ही ये सभी मंच पर चढ़ गए। सांसद सिर्फ इतना कह पाए कि यह राशि सर्वे के बाद तय हुई है।