भोपाल। मोदी सरकार के उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि गरीबों को सबसे घटिया अनाज मप्र में बांटा जाता है। इसके बाद यूपी का नंबर आता है जहां गरीबों को वितरित होने वाले अनाज की क्वालिटी घटिया होती है। बता दें कि भोपाल समाचार लगातार इस मामले का खुलासा करता रहा है कि गरीबों को वितरित होने वाले अनाज में वेयर हाउस के भीतर ही मिलावट हो जाती है। पूरा सिस्टम हेडक्वार्टर से ही भ्रष्टाचार में संलिप्त है।
मंत्रालय की यह रिपोर्ट राज्यों द्वारा आम जनता को वितरित किए जाने वाला अनाज के सैंपल की जांच पर आधारित है। इन सैंपल के नतीजों में अनाज के घटिया क्वालिटी के होने का खुलासा हुआ है। सैंपल सर्वे में उत्तरप्रदेश के बाद घटिया क्वालिटी वाला अनाज देने के मामले में मध्यप्रदेश का नंबर है। ये आंकड़े अप्रैल 2016 से सितबंर 2016 के है।
कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने राज्य सरकार पर पीडीएस प्रणाली के तहत घटिया अनाज देने और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। वहीं, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ओमप्रकाश धुर्वें ने राज्य सरकार को किसी तरह के सैंपल रिपोर्ट मिलने से इंकार किया है।