
आरोप लगाए गए थे कि शासकीय अन्नापुरा प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका सुलेखा राय कांग्रेस के रायशुमारी कार्यक्रम में उपस्थित थीं। इसी कारण उन्हे सस्पेंड कर दिया गया। सुलेखा राय आरटीआई एक्टिविस्ट आनंद राय की माँ हैं। व्यापम घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डॉ आनंद राय ने हाल ही में सीएम के साले संजय मसानी पर विवादित टिप्पणी की थी। इसे लेकर संजय मसानी उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर रहे हैं।
शुक्रवार को महाराणा प्रताप कालोनी स्थित राजपूत छात्रावास में पार्षद और अध्यक्ष पद की दावेदारों की रायशुमारी करने के लिये प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के पर्यवेक्षक राजकुमार पटेल आये हुये थे। निजी और व्यक्तिगत कारणों से उनसे मिलने छात्रावास स्थल पर ही शासकीय अन्नापुरा प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका सुलेखा राय पहुंच गई। यहां सुलेखा राय ने भीड़ में बैठकर बकायदा सभी नेताओं के भाषण तक सुने। भाषण समाप्त होने के बाद सुलेखा राय ने राजकुमार पटेल से मुलाकात की और वहां से चली गई।
आचार संहिता लगने के बाद शासकीय कर्मचारी या अधिकारी राजनैतिक दल के कार्यक्रम में शामिल नही हो सकते जब तक कि उसकी ड्यूटी किसी प्रोटोकॉल या सुरक्षा की दृष्टि से वहां लगाई गई न हो। शिक्षिका सुलेखा रॉय इस कार्यक्रम में शामिल हुई थीं।
सोशल मीडिया पर विरोध
सुलेखा राय के निलंबन उनके पुत्र व्हिसल ब्लोअर डॉ आनंद राय ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया जाहिर की है उनका कहना है की मुख्यमंत्री ने बिना किसी सुनवाई के मेरी माँ के खिलाफ कार्रवाई की है। हमें 'शिव' 'राज' से में इसी तरह के तोहफे की उम्मीद थीे जबकि मध्य प्रदेश में अनेकों कर्मचारी ऐसे हैं जो आरएसएस के सदस्य है। तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होना चाहिऐ वहीं भाजपा ने शिक्षकों के यूनियन लीडर को चुनाव लड़ने का आॅफर दे चुकी है। उन्होंने कहा सरकार का यह निर्णय भेदभावपूर्ण है।