सवाल: मप्र का सीएम कौन, जवाब: अखिलेश यादव, रिजल्ट: पास

भोपाल। आर्मी भर्ती में फर्जीवाड़ा के लिए पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने सवाल पूछा, मप्र का मुख्यमंत्री कौन है ? उन्होंने जवाब दिया: अखिलेश यादव। सामान्य ज्ञान का यह स्तर होने के बावजूद वो पास हो गए। कुल 7 आरोपियों ने खुद को भोपाल का मूल निवासी होने के दस्तावेज पेश किए थे लेकिन जब पुलिस ने पड़ताल की तो सभी उत्तरप्रदेश के निवासी निकले। मामला पकड़ में आ गया था, फिर भी ठंडे बस्ते में पड़ा है। बाल की खाल निकालें तो एक बड़ा रैकेट सामने आ सकता है लेकिन शायद यह गिरोह ज्यादा पॉवरफुल है। 

टीआई मनीष राज भदौरिया के अनुसार बुलंदशहर निवासी राहुल का अभी तक पता नहीं चल पाया है। उसकी तलाश की जा रही है। इसके लिए हम स्थानीय पुलिस के संपर्क में हैं, लेकिन हम दोबारा टीम नहीं भेज पाए हैं। अब तक जिला प्रशासन, नगर निगम और मप्र बोर्ड से भी आरोपियों से जब्त कागजातों की पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है। वहां से ही पता चल पाएगा कि आखिर यह कागजात कैसे और कहां से बने। टीआई भदौरिया ने संभावना जताई कि अगर सभी विभागों से पूरी जानकारी मिल जाती है, तो एक बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है।

यह है पूरा मामला
टीआई भदौरिया ने बताया कि गत 23 नवंबर को चेकिंग के दौरान होटल सम्राट से बुलंदशहर के संतोष लोधी, राहुल शर्मा, दिलीप वर्मा, सुमित सोनवानी और हरपुर के सचिन देहराम, दीपक गुंडिया और अभय शर्मा को फर्जी कागजात के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से फर्जी राशन कार्ड, वोटर कार्ड, आधार कार्ड और अंकी सूची बरामद हुई थी। यह सभी फर्जी तरीके से बनवाई गई थी। वे 27 नवंबर को होने वाली सेना की लिखित परीक्षा में शामिल होने आए थे। उनका कहना था कि उन्होंने इसके लिए राहुल को 4-4 लाख रुपए दिए थे।

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