
जांच अधिकारियों के मुताबिक, आरोपियों ने बतौर रिश्वत सोने की सिल्ली मांगी थी. ईडी ने छापेमारी के बाद एक सोने की सिल्ली बरामद कर ली है. 40 करोड़ की रकम आरटीजीएस के जरिए कथित ज्वैलर्स के अकाउंट्स में डाली गई थी. दरअसल नोटबंदी के ऐलान के बाद 40 करोड़ की इस काली कमाई से सोना खरीदा गया था.
जांच अधिकारियों की माने तो ज्वैलर्स ने ऊंचे दामों पर सोना बेचा था. अपने बहीखाते में हेरफेर कर ज्वैलर्स ने काली कमाई को सफेद करने के लिए एक्सिस बैंक के मैनेजर से संपर्क किया था. जिसके बाद बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से कालेधन को सफेद में बदलने के लिए पूरा प्लान बनाया गया था.
फिलहाल गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. पुलिस कोर्ट से आरोपियों की रिमांड की मांग करेगी ताकि इस गैंग में शामिल दूसरे लोगों के बारे में खुलासा हो सके. वहीं ईडी के अधिकारी इस मामले में जल्द कई और लोगों की गिरफ्तारी की बात कह रहे हैं.