नोटबंदी: अस्पताल का बिल नहीं चुका पाए, शव बंधक बना रहा

भोपाल। बिल जमा नहीं करने पर अस्पताल प्रबंधक ने परिजनों को शव देने से इनकार कर दिया। परेशान परिजन बार-बार एटीएम के चक्कर लगाते रहे, लेकिन 2000 से ज्यादा पैसे नहीं निकल पाए। परेशान परिजनों ने मामले की शिकायत कोहेफिजा थाने में की। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से एक महीने में पैसे जमा करवाने का बॉन्ड भरवाया और पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

कोहेफिजा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बरखेड़ी निवासी रामसिंह (45) का 11 नवंबर को गांव के बाहर एक्सीडेंट हो गया था। इलाज के लिए उन्हें राजधानी के सर्वोत्तम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान बुधवार देर रात उनकी मौत हो गई। वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें 28,600रुपए का बिल थमाते हुए कहा कि वे जल्द से जल्द बिल जमा कराएं, इसके बाद ही उन्हें शव दिया जाएगा। परेशान परिजनों ने शहर के कई एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन पैसे नहीं निकाल पाए। उधर, अस्पताल प्रबंधन शव देने को तैयार नहीं था। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परिजनों से एक महीने में पैसे जमा करवाने का बॉन्ड भरवाया गया एवं शव उनके सुपुर्द किया गया।

मृतक के बेटे भोलाराम ने बताया कि वे बार-बार एटीएम के चक्कर लगाते रहे, लेकिन 2000 से ज्यादा रुपए नहीं निकाल पाए। उधर, अस्पताल प्रबंधन के रवैए से उनके परिवार को काफी दुख पहुंचा है। वहीं, मृतक के रिश्तेदार ललित यादव ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों के साथ बदसलूकी की और पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शव परिजनों को दिया गया।
भोपाल समाचार से जुड़िए
कृपया गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें यहां क्लिक करें
टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करने के लिए यहां क्लिक करें
व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए  यहां क्लिक करें
X-ट्विटर पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
फेसबुक पर फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें
समाचार भेजें editorbhopalsamachar@gmail.com
जिलों में ब्यूरो/संवाददाता के लिए व्हाट्सएप करें 91652 24289

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!