
जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र पोडी में मलेरिया और डायरिया के चलते नौ लोगों की मौत होने का मामला सामने आया है। हैरानी की बात ये है कि इतनी मौतों के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई भी सहायता मुहैया नहीं कराई गई है और न ही इलाज के लिए कोई व्यवस्था की गई है।
स्वास्थ्य महकमा जहां बीमारी से हुई मौत को छुपाने पर तुला है तो वहीं पंचायत के सचिव गांव में हुई मौतों के लिए प्रशासन की लापरवाही को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि बार-बार गुहार लगाने पर भी अधिकारी उनकी अनदेखी करते हैं। यहां पर पानी की जांच नहीं की जाती और न ही मच्छरों से बचाव के लिए दो साल से कोई छिड़काव किया गया है।
मौतों के बारे में जानकारी सामने आने पर विपक्षी दल कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों से बात करते हुए स्थिति का जायजा लिया। कांग्रेस ने कहा कि यदि स्वास्थ्य विभाग का रवैया नहीं सुधारता है तो वो प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेंगे।