
पीड़ित छात्र का आरोप है कि सीनियर छात्र देर रात एक बजे से लेकर सुबह तीन बजे तक रैगिंग लेते हैं। इस दौरान जूनियर छात्रों से लगातार डांस करवाया जाता है और उनके खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है। पीड़ित छात्र का कहना है कि लगातार रैगिंग होने के कारण हताशा का भाव आने लगा है। अगर इसे रोका नहीं गया तो खुद के खिलाफ ही गलत कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
सुबह करीब 11 बजे नेशनल एंटी रैगिंग हेल्पलाइन में शिकायत होते ही संस्थान प्रबंधन ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। संस्थान के प्रिंसिपल मनीष बिल्लौरे का कहना है कि दो दिन के लगातार अवकाश के बावजूद सीनियर फैकल्टी की चार सदस्यीय कमेटी गठित कर उन्हें सूचित कर दिया गया है। शिकायत में जूनियर छात्र ने जिन सीनियर छात्रों के नामों का उल्लेख किया है उन सभी से पूछताछ की जाएगी। फिलहाल पीड़ित छात्र का नाम गोपनीय ही रखा गया है।
कॉलेज ने नहीं सुनी शिकायत
हेल्पलाइन में की गई शिकायत में छात्र ने बताया है कि पिछले दो महीने से कॉलेज के हॉस्टल में लगातार रैगिंग हो रही है। इसकी जानकारी कॉलेज प्रशासन को दी जा चुकी है लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। कॉलेज की ओर से रैगिंग रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जाने पर ही हेल्पलाइन में शिकायत करनी पड़ी है।