नईदिल्ली। मोदी सरकार में अक्सर चुप चुप रहने वाली केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती आखरी अपने पुरानी स्टाइल में वापस लौट ही आईं। उन्होंने 'सर्जिकल स्ट्राइक' पर सवाल उठाने वाले अपने घुर विरोधी कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह समेत अरविंद केजरीवाल, पी चिदंबरम और संजय निरूपम को पाकिस्तान जाने की सलाह दी है। उमा भारती भोपाल में दिग्विजय सिंह द्वारा दायर किए गए मानहानि के मामले में फंसी हुई हैं। पिछले दिनों उनके खिलाफ वारंट भी जारी हो गया था।
उमा भारती ने कहा कि जो भी नेता ये कहते हों कि पाकिस्तान सबूत मांग रहा है तो उसे सबूत दो तो उन नेताओं को पाकिस्तान की नागरिकता ले लेनी चाहिए। बीजेपी ने भी भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का साक्ष्य देने की बात करने पर मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम पर हमला बोला है।
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि इस तरह के मामलों में पूरे देश और नेताओं से पार्टी लाइन से परे जाकर एक आवाज में बोलने की उम्मीद की जाती है, लेकिन केजरीवाल की टिप्पणी 'दुर्भाग्यपूर्ण' और 'पीड़ादायक' है। प्रसाद ने कहा कि केजरीवाल पाकिस्तानी मीडिया में प्रचारित सर्जिकल स्ट्राइक के नहीं होने की बात को नकारने के लिए भारत सरकार से इसका सबूत देने को कह रहे हैं। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वह भारतीय सेना की क्षमता पर विश्वास करते हैं या नहीं। विश्वास रखते हैं तो वह कैसे पाकिस्तानी मीडिया के झूठे प्रचार से प्रभावित हो गए और सबूत की मांग कर बैठे?