कैलाश विजयवर्गीय के पीए की कार रोकने वाला एएसआई सस्पेंड

इंदौर। मप्र में इन दिनों पुलिस ​अधिकारियों पर भाजपा की दादागिरी का दौर चल रहा है। बालाघाट में होमगार्ड से लेकर आईजी तक को कार्रवाई की जद में लाने के बाद इंदौर में एक एएसआई को केवल इसलिए सस्पेंड कर दिया गया, क्योंकि उसने कैलाश विजयवर्गीय के पीए की बिना नंबर वाली कार रोकने की हिम्मत कर ली थी। मार्के वाली बात तो यह है कि ड्यूटी निभा रहे एएसआई को सस्पेंड कराने के लिए कैलाश विजयवर्गीय खुद थाने पहुंचे, एसपी को बुलाया और सस्पेंड कराकर ही लौटे। 

मल्हारगंज सीएसपी वंदना चौहान ने बताया कि पोलोग्राउंड पर एएसआई बाबूलाल पंवार वाहनों की जांच कर रहे थे। रात साढ़े आठ बजे सफेद रंग की हूटर लगी बिना नंबर की इनोवा देखकर उन्होंने सिपाही मुकेश गायकवाड़ से गाड़ी रुकवाकर चैकिंग के लिए कहा। सिपाही ने गाड़ी रुकवाई, जिसमें रवि विजयवर्गीय थे। गाड़ी पर नंबर नहीं होने की बात पर एएसआई और सिपाही से उनकी कहासुनी होने लगी। रवि विजयवर्गीय ने तत्काल अपना रौब दिखाया और अधिकारियों को शिकायत कर दी कि एएसआई अभद्रता कर रहा है एवं शराब पिए हुए है। अफसरों ने बिना सोचे समझे एएसआई को सस्पेंड कर दिया। मेडिकल कराया तो शराब पीने वाली बात गलत साबित हुई। 

प्रत्यदर्शियों ने बताया... यूं हुई कहासुनी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही एएसआई ने इनोवा रुकवाई तो अंदर बैठे रवि विजयवर्गीय ने कहा कि मैं कैलाशजी का पीए हूं। यह उनकी गाड़ी है। एसआई ने पूछा गाड़ी पर नंबर नहीं है तो उनका जवाब था कि नई गाड़ी है। अभी नंबर नहीं आया है। एएसआई ने कहा गाड़ी पर लिखा नहीं है। इसलिए पूछ रहा हूं। इसके बाद सिपाही ने विजयवर्गीय को गाड़ी से उतरने को कहा तो दोनों में कहासुनी हो गई। विजयवर्गीय उतरे और सिपाही से भिड़ गए। दोनों में झूमाझटकी भी हुई। इधर लोगों ने पुलिस को बताया कि घटना के बाद विजयवर्गीय ने कॉल कर कई नेता व साथियों को मौके पर बुला लिया। भाजपा नेता गौरव रणदिवे और अन्य ने चौराहे पर हंगामा किया और एएसआई को सस्पेंड करने की मांग की। अफसरों ने बिना अपने अधिकारी की बात सुने, उसे सीधे सस्पेंड कर दिया। एएसआई के रिटायरमेंट में मात्र 6 महीने बचे हैं। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !