बरेली। तीन तलाक के मसले पर देश में मचे शोर के बीच जानशीन मुफ्ती आजम हिद मुफ्ती अख्तर रजा खां अजहरी मियां ने भी मुखालफत का एलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि तीन तलाक तीन मानी जाएंगी। एक तलाक का फैसला शरीयत में सीधा हस्तक्षेप होगा, जो कुबूल नहीं किया जाएगा।
दरगाह आला हजरत पर जुमे की नमाज में खुतबा देते हुए अजहरी मियां ने कहा कि कुरान और हदीस से तीन तलाक सही साबित हैं। इसी नुक्ता-ए-नजर (धारणा) पर अदालत में मुसलमानों के फैसले होते रहे हैं।
लोकसभा में बिल लाकर या सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करके तीन को एक तलाक मानना मुस्लिम पर्सनल लॉ में दखल और संविधान में दिए गए अधिकारों का हनन है। अगर हुकूमत ने अपना फैसला नहीं बदला तो शरई काउंसिल ऑफ इंडिया इस सिलसिले में विरोध में तहरीक चलाने पर मजबूर होगी।