
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके खोसला ने बताया कि 18 सितम्बर 2016 को जिला चिकित्सालय में जिन दो नवजात शिशुओं की मौत हुई है उनमें प्रथम शिशु प्लेसेन्टा प्रीविया से ग्रसित होने के कारण कारण मृत पैदा हुआ था। दूसरे शिशु की मृत्यु वर्थ स्पेसिया (जन्म के बहुत समय बाद तक बच्चे का न रोना) के कारण हुई है। दूसरे शिशु की मृत्यु एनएनसीयू में ईलाज के दौरान हुई। अस्पताल प्रशासन के अनुसार दोनों प्रसव सामान्य हुए थे। इसमें यह कहना गलत है कि विद्युत प्रवाह बंद होने एवं चिकित्सकीय लापरवाही से शिशुओं की मृत्यु हुई है।
हालांकि उन्होंने माना है कि अस्पताल के ट्रामा सेंटर में फिलहाल रेग्यूलर बिजली सप्लाई नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि निंरतर विद्युत प्रवाह बनाये रखने के लिए जन-भागीदारी एवं रोगी कल्याण समिति से जनरेटर की शीघ्र व्यवस्था की जायेगी।
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