पाकिस्तान पर भारत का हमला टालने अमेरिका हुआ सक्रिय

नईदिल्ली। उरी अटैक के बाद गुस्साई भारत की जनता के दवाब से मोदी सरकार को निकालने एवं पाकिस्तान को भारत के संभावित हमले से बचाने के लिए अमेरिका सक्रिय हो गया है। अमेरिकी कांग्रेस में पाक को आतंकी देश करार दिए जाने को लेकर बिल पेश किया गया है एवं यूएन में बराक ओबामा ने भी पाक को जमकर फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि "अगर कोई देश प्रॉक्सी वॉर छेड़े हुए है तो उसे बंद करना चाहिए।" बता दें कि उरी अटैक के बाद भारत की जनता गुस्साई हुई है और मोदी सरकार पर पाकिस्तान से बदला लेने के लिए दवाब बना रही है, जबकि अमेरिका सहित दुनिया के कई देश यह हमला नहीं चाहते क्योंकि इससे उनके कई सारे व्यापारिक और राजनैतिक हित प्रभावित हो जाएंगे। उनके लिए भारत कारोबार के लिए एक बड़ा बाजार है। युद्ध की स्थिति में उनका कारोबार प्रभावित होगा। 

इसीलिए हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में रिपब्लिकन सांसद टेड पो ने एक अन्य सांसद डाना रोहराबेकर के साथ 'पाकिस्तान स्टेट स्पॉन्सर ऑफ टेररिज्म डेजिगनेशन एक्ट (HR 6069)' पेश किया। पो, हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में टेररिज्म पर बनी सबकमेटी के चेयरमैन भी हैं। पो के मुताबिक, "अब वक्त आ गया है कि हम पाकिस्तान को उसकी दुश्मनी निकालने के लिए पैसा देना बंद कर दें। उसे वो घोषित कर देना चाहिए जो वो है। पो ने ये भी कहा, "पाकिस्तान एक ऐसा सहयोगी है जिसपर भरोसा नहीं किया जा सकता। वह कई सालों से अमेरिका के दुश्मनों को मदद दे रहा है।" पो ने साफ शब्दों में कहा, "मैं भारत में कश्मीर में आर्मी बेस पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। इस हमले में भारत के 18 जवान शहीद हो गए। भारत हमारा एक करीबी सहयोगी है।"

ओबामा ने यूएन में क्या कहा
यूएन में पाकिस्तान का नाम लिए बिना ओबामा ने कहा, "जो देश प्रॉक्सी वॉर छेड़े हुए है, उसे तुरंत बंद करना चाहिए। ओबामा ने वॉर्निंग देते हुए कहा, कोई भी कम्युनिटी आतंक के साए में नहीं रहना चाहती। इससे अनगिनत लोग प्रभावित हो रहे हैं। यूएन में अपनी अंतिम स्पीच में उन्होंने कहा, "किसी भी बाहरी ताकत को ये अधिकार नहीं है कि वह किसी दूसरी धार्मिक कम्युनिटी को लंबे समय तक दबाव से नहीं रखा जा सकता। 
इन शब्दों के साथ उन्होंने भारत को संतुष्ट करने की कोशिश की जबकि पाकिस्तान को निशाने पर भी नहीं लिया। अमेरिकी राष्ट्रपति का यह रुख स्पष्ट करता है कि वो पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित नहीं करेगा। यह बिल केवल भारत की जनता का गुस्सा शांत करने की एक रणनीति मात्र है। 


बता दें कि भारत, लंबे समय से पाकिस्तान पर प्रॉक्सी वॉर छेड़ने का आरोप लगाता रहा है। भारत का ये भी आरोप है कि पाक की जमीन पर चल रहे जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। इन तमाम आरोपों के बावजूद अमेरिका और दूसरे कई देश पाकिस्तान को मदद करते हैं एवं कुछ इस तरह की रणनीति का उपयोग करते हैं कि बिना पाकिस्तान को नाराज किए, भारत से लाभ कमाया जा सके। 

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