जबलपुर। यदि बाल कल्याण समिति में दर्ज कराई गई जम्मू-कश्मीर की एक नाबालिग लड़की की शिकायत सही है तो यह बहुत ही शर्मसार कर देने वाली घटना है। शिकायत के अनुसार कानून की रक्षा करने वाली महिला वकील ने उसे गोद लिया फिर कई तरह के अत्याचार किए। घर पर जब दूसरे पुरुष वकील आते तो वो लड़की के साथ अश्लील हरकतें करते। यह देख लड़की की वकील मां उठकर दूसरे कमरे में चली जाती थी। बाल कल्याण समिति ने घिनौनी करतूत करने वाली महिला वकील को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
जम्मू के जिला जम्मूतवी की रहने वाली इस किशोरी की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण इसकी मां ने इसे सरस्वती शिशु मंदिर जालन्धर में पढ़ने के लिए भेजा था, जहां से बच्ची को जबलपुर स्थित शिशु मंदिर में पढ़ाई के लिए भेजा गया।
इसी बीच करीब डेढ़ साल पहले महिला वकील ने आरएसएस की एक महिला स्वयंसेवक के मार्फ़त बच्ची को गोद लेने के लिए उसकी मां से जम्मू संपर्क किया। अच्छी परवरिश और शिक्षा देने का झांसा देकर उन्होंने फ़र्ज़ी तरीके से बच्ची को गोद ले लिया।
कुछ महीने बाद से ही गोद लेने वाली महिला वकील बच्ची के साथ मारपीट करने लगी और उसे तरह-तरह से प्रताड़ित करने लगी। हद तो तब हो गयी जब महिला वकील के घर आने वाले पुरुष वकील किशोरी को बुरी नीयत से देखते हुए उसके साथ छेड़खानी करते थे। गोद ली बच्ची के साथ होते इस बर्ताव का विरोध न करते हुए महिला वकील वहां से उठ कर चली जाती।
यह गंभीर आरोप खुद पीड़िता ने महिला वकील पर लगाए हैं। पीड़ित किशोरी का कहना है कि डेढ़ साल से शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना झेल झेलने के बाद उसकी हिम्मत जबाब दे गई थी, जिसके बाद उसके पास भागने के अलावा कोई और रास्ता नहीं था।