भोपाल। भरे मंच से तहसीलदार समेत अन्य अधिकारियों को गाली देने एवं सबके सामने जलील करने के मामले में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिले। उन्होंने सीएम को कहा कि उन्होंने किसी अधिकारी को गाली नहीं दी। बस डांट लगाई थी। उन्होंने यह भी कहा कि वो भ्रष्टाचार करते हैं, कोई भी होता तो यही करता।
आज केबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया था। दोनों के बीच में करीब 15 मिनट तक बातचीत होती रही। गौरतलब है कि मंत्री धुर्वे ने इसी मामले में फिर एक बयान दिया है कि शहडोल जिले में भ्रष्टाचार चरम पर है। यहां दलाली बहुत अधिक है। इसलिए अधिकारियों कर्मचारियों को डांट लगाई थी। गाली नहीं दी थी। मेरे स्थान पर कोई और होता तो यही करता।
कुल मिलाकर जहां एक ओर सीएम के कहने पर अधिकारियों ने अपनी हड़ताल स्थगित कर दी वहीं दूसरी ओर मंत्री ने खेद तक नहीं जताया। अब देखना यह है कि अधिकारियों एवं कर्मचारी संगठनों का इस मामले में अगला कदम क्या होता है।