नईदिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में हुए आतंकी हमले के बाद सेना ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेना पाकिस्तान से सटी 778 किलोमीटर लंबी लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर तोप और अन्य साजो-सामान की तैनाती चाहती है। सेना चाहती है कि एलओसी पर भारत की ओर से सैन्य अभियान को चलाया जाए। रिपोर्ट के मुताबिक, शीर्ष सैन्य अधिकारी का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए सीमापार सीमित लेकिन दंडात्मक कार्रवाई के तौर पर सीमा पार आक्रमण किया जाए।
इस पूरे मामले पर उच्च स्तरीय बैठकों का दौर भी जारी है। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पर बड़ी संख्या में सेना की तैनाती से पाकिस्तानी सेना को नुकसान पहुंचाने की रणनीति है। पाकिस्तानी सेना लगातार जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराती रही है और उन्हें मदद करती है। आज होने वाले कई बैठकों में इस बात पर भी विचार किया जा सकता है कि क्या सेना को पाकिस्तान की सीमा के भीतर आतंकियों के ट्रेनिंग कैंपों पर हमले करने चाहिए।
सूत्रों का कहना है कि सरकार की रणनीति है है कि एलओसी पर तैनात आर्मी बटालियनों और पश्चिमी फ्रंट पर एयर फोर्स के बेस को अलर्ट पर रखा जाएगा। अगर कोई आपात स्थिति पैदा होती है तो कड़ा जवाब दिया जा सके।