नईदिल्ली। रिलायंस जियो के विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फोटो पर सरकार भले ही चुप हो गई हो लेकिन सोशल मीडिया पर तानों की बाढ़ आई हुई है। मोदी पर कसी जा रहीं फब्तियों में 'आटा' और 'डाटा' का शब्दों का उपयोग सर्वाधिक हो रहा है। कहा जा रहा है कि जिस देश में 'आटा' की जरूरत है, वहां मोदी 'डाटा' बांट रहे हैं।
बुद्धिजीवी वर्ग ने इसकी निंदा अपने स्तर पर की। सोशल मीडिया एक्टिविस्ट ने हैशटेग के साथ मुद्दे को उछाला लेकिन अब बारी आम आदमी की है। लोग कह रहे हैं कि जिस देश में लोगों के पास खाने के लिए आटा नहीं है, उस देश में मोदी फ्री डाटा बांटने निकल पड़े हैं, तो दूसरी ओर मोदी समर्थक फ्री डाटा के फायदे भी गिना रहे हैं। शुरूआत लालू यादव की ओर से आई हुई थी। कुछ इस तरह की प्रतिक्रियाएं दर्ज की जा रहीं हैं सोशल मीडिया पर:
- डाटा की जमीन पर खेती करो आटा पैदा करो: लालू यादव
- गरीब डाटा खाएगा या आटा? डाटा सस्ता, आटा महंगा: लालू यादव
- गरीब ने माँगा आटा, मोदी ने दिया डाटा: Vijendra Shukla
- डाटा भी खायेगा आटा भी खायेगा गलत काम करेगा तो मोदी के हाथ का चाटा भी खायेगा: Sagar K. Maurya
- चोरों को सबूत समेत पकड़ने के लिए डाटा फ्री...चारा चोर..राशन चोर..काले धन वाले चोर इस डाटा ने पकड़ा दिये तो ..आटा फ्री: Sagar K. Maurya
- जियो का सिम लगा कर उसी के डाटा पर मोदी जी के खिलाफ़ पोस्ट लिखने में जो मजा है न गुरु, वाह - सच्चा अपिया कहिन: Abhishek - The Indian
- मोदी बेच रहे है डाटा, गरीब मांग रहा है आटा, देश का हो रहा है घाटा, अब भाजपा को कर दो भाई टाटा: Ali Ansari Guru
- मोदी सरकार को "डाटा" की जगह "आटा" और "कॉल" की जगह "दाल" सस्ती करानी चाहिए: तोसिफ आलम अंसारी
- देश डाटा नहीं आटा से देश चलता है मोदी जी: Trilok Singh Rawat
- जय हो मोदी जी, इसे कहते है अच्छे दिन, 1 रुपये में डाटा और 1 रूपये में चावल: Suraj Kumar Vishwakarma